Himachal: एक बार फिर बढ़ सकते हैं सीमेंट के दाम, आम जनता सहित बिल्डर्स और ठेकेदार भी होंगे प्रभावित

punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 10:52 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में सीमेंट के दाम एक बार फिर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। आगामी दिनों में सीमेंट की कीमत में 5 रुपये प्रति बैग की वृद्धि हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश के लोगों को महंगे दामों पर सीमेंट खरीदना पड़ेगा। पिछले दो वर्षों के दौरान सीमेंट के दामों में पहले ही 50 रुपये प्रति बैग तक की बढ़ोतरी हो चुकी है, जिससे निर्माण कार्यों की लागत में भारी वृद्धि हो चुकी है। यह बढ़ोतरी नए सीमेंट मूल्य निर्धारण के साथ एक और नया मोड़ ले सकती है।

सीमेंट की कीमतों में लगातार वृद्धि से न केवल आम जनता बल्कि बिल्डर्स और ठेकेदार भी प्रभावित हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में यह वृद्धि एक नयी सीमा तक पहुँच चुकी है। 18 जनवरी को 5 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी हुई। 17 दिसंबर 2024 को 10 रुपये प्रति बैग कीमत बढ़ी थी, जब डीलरों का इंसेंटिव खत्म किया गया था। 9 सितंबर 2024 को 15 रुपये प्रति बैग की वृद्धि हुई। 23 अगस्त 2024 को 10 रुपये प्रति बैग दाम बढ़े। बार-बार की गई बढ़ोतरी से प्रदेश के लोगों को महंगा सीमेंट खरीदना पड़ रहा है।

हिमाचल प्रदेश में तीन प्रमुख सीमेंट कंपनियाँ - अंबुजा सीमेंट, एसीसी सुरक्षा, और एसीसी गोल्ड - संचालित हो रही हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां के लोग पड़ोसी राज्यों की तुलना में महंगे दामों पर सीमेंट खरीदने को मजबूर हैं। उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीमेंट कंपनियाँ दाम बढ़ाने की पूरी तैयारी कर चुकी हैं, और इसका असर न केवल आम जनता, बल्कि निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले बिल्डरों और ठेकेदारों पर भी पड़ेगा। सीमेंट विक्रेता पवन बरूर के अनुसार, सीमेंट की कीमतें पांच रुपये प्रति बैग बढ़ सकती हैं, हालांकि इस वृद्धि के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

वर्तमान में, मौजूदा समय में अंबुजा सीमेंट करीब 460 रुपये, एसीसी सुरक्षा 450 रुपये और एसीसी गोल्ड 490 रुपये प्रति बैग बिक रहा है। वहीं अगर पांच रुपये बढ़ते हैं तो फिर यह बिलासपुर में 495 रुपये तक प्रति बैग दाम होंगे। वहीं अन्य जिलों में दाम और ज्यादा होंगे। दिलचस्प बात यह है कि यह दाम केवल हिमाचल प्रदेश में ही बढ़ रहे हैं, जबकि पड़ोसी राज्यों में इसका कोई असर नहीं देखा जा रहा है। इस बढ़ोतरी से स्थानीय उपभोक्ताओं के लिए महंगा सीमेंट खरीदना मजबूरी बन गया है।

सीमेंट दरों में हो रही इस वृद्धि का असर केवल आम उपभोक्ताओं पर ही नहीं, बल्कि बड़े निर्माण कार्यों पर भी पड़ने वाला है। आवासीय और व्यावसायिक निर्माण की लागत बढ़ने के कारण नए घरों और इमारतों की कीमत में वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही सड़क, पुल और सरकारी इमारतों के निर्माण की लागत भी बढ़ने से विकास कार्यों की गति प्रभावित हो सकती है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को इस बढ़ती हुई कीमतों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि इस स्थिति से निपटा जा सके और निर्माण कार्यों की गति बनी रहे।


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Content Editor

Jyoti M

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