हिमाचल के इस पहले युवा का International Midnight Sun Marathon के लिए हुआ चयन

Wednesday, May 31, 2017 - 04:57 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): अगर दिल में कुछ करने की इच्छा हो तो इंसान किसी भी उम्र में कुछ भी कर सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल के सुंदरनगर के रहने वाले अभिजीत बाली ने।


अभिजीत का चयन नॉर्वे में होने वाली 'मिडनाइट सन मैराथन' के लिए हुआ
बचपन से खेल में शौकीन रखने वाले अभिजीत का चयन नॉर्वे में होने वाली 'मिडनाइट सन मैराथन' के लिए हुआ है। जिसका आयोजन 17 जून 2017 को यहां होगा। अभिजीत एकमात्र ऐसे युवा बनकर उभरे है, जिनका चयन प्रदेश से हुआ है। उनका जन्म वर्ष 1981 में सुंदरनगर के पुराना बाजार में माता माधवी बाली और पिता डा. रोशन लाल बाली के घर हुआ है। उसकी 12वीं की पढ़ाई बीएसएल सीनियर सकेंडरी स्कूल सुंदरनगर में हुई है। आगे बीकॉम एमएलएसएम कॉलेज सुंदरनगर व एमबीए इंद्रप्रस्त यूनिवर्सिटी दिल्ली से पास की है। वर्ष 2000 में हिमाचल की ओर से 26 जनवरी राजपथ परेड में भाग लिया। कॉलेज में एनसीसी अंडर ऑफिसर के पद पर भी काम कर चुके हैं। जिसमें उत्कृष्ठ सेवाएं देने के लिए बाली को सी-सर्टिफिकेट से नवाजा गया। वर्ष 2015 से मैराथन में सक्रिय भूमिका में है। दिल्ली और मुंबई में हुए अंतरराष्ट्रीय मैराथन में भी भाग लिया। जबकि जनवरी 2017 में मुंबई में स्टैंर्डड चार्टड मैराथन में 42.2 किलोमीटर को चार घंटे 43 मिनट में पूरा किया। यहां पर उम्दा प्रदर्शन करने के बाद नॉर्वे में आयोजित होने जा रही अंतरराष्ट्रीय मैराथन के लिए चयन हुआ है।


रोजाना इस खेल को देते हैं एक घंटा अभ्यास
बाली वर्तमान में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस दिल्ली के नोएडा में सेल्ज मैनेजर के पद पर 2007 से सेवारत हैं। उनकी पत्नी गरिमा बाली हाउसवाइफ है और एक चार साल का बेटा अबीर बाली है। बाली अपने इस क्षेत्र में प्रसिद्ध अभिनेता मिलिन सोमन को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं। जिन्हें आर्यन मैन और अलट्रा मैन की याति प्राप्त है। जोकि कई अंतरराष्ट्रीय खिताब देश के नाम विभिन्न ईवेंट में दिला चुके हैं। वर्तमान में वूमन मैराथन के ब्रांड एंबेसडर है। बाली का कहना है कि रोजाना इस खेल को एक घंटा अभ्यास को देते हैं। जबकि औसतन प्रति सप्ताह 65 से 70 किलोमीटर भागने की प्रैक्टिस करते हैं। उनकी इसी खेल को चार घंटे में पूरा की योजना है। वहीं दोबारा कंपनी की ओर से ही बड़े स्तर के कंपीटिशन में भाग लेने का विचार है। उन्होंंने युवाओं को संदेश दिया है कि प्रतिदिन 30 से 40 मिनट जौगिंग अवश्य करे। जिससे हर इंसान रोग मुक्त होगा।