देशभर में वनों को आग से बचाने वाला पहला राज्य बना हिमाचल

Friday, Oct 26, 2018 - 11:10 PM (IST)

शिमला: वन सम्पदा को वन अग्नि से बचाने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा किए प्रयासों में हिमाचल को सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। इसका खुलासा विश्व बैंक द्वारा केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से किए गए सर्वे में पता चला है। विश्व बैंक ने विभिन्न प्रदेशों में सर्वे करने के बाद अपनी रिपोर्ट में हिमाचल की पीठ थपथपाई है। विश्व बैंक में वरिष्ठ पर्यावरण विशेषज्ञ पीयूष डोगरा ने शिमला वन अग्नि प्रबंधन को मजबूत करने पर 3 पहाड़ी प्रदेश की कार्यशाला के दौरान कहा कि हिमाचल इस दिशा में अन्य राज्यों से बहुत आगे निकला है। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में केंद्र सरकार को भी कई सुझाव दिए हैं। इस मौके पर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने विश्व बैंक की रिपोर्ट को भी जारी किया। 

13,500 लोगों की रेपिड फोरैस्ट फायर फोर्स तैयार
हिमाचल ने वनों को अग्नि से बचाने के लिए 13,500 लोगों की रेपिड फोरैस्ट फायर फोर्स तैयार की है। इस साल हैलीकॉप्टर का भी आग बुझाने में प्रयोग किया गया। प्रदेश में पहली बार लोगों में जागरूकता लाने के मकसद से जागरूकता जत्थे को सभी जिला में भेजा गया, जिन्होंने लोगों को वनों में लगने वाली आग से बचाव के तौर-तरीके सुझाए। वन अग्नि को लेकर राज्य सरकार फोरैस्ट मैनुअल भी बना चुकी है। वन मंत्री ने कहा कि वनों में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए स्थानीय लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वनों को आग से बचाने के लिए की जाने वाली तैयारियों को कागजों से इत्तर जमीन पर उतारना होगा। उन्होंने राज्य की रैपिड रिस्पांस फोर्स में 50,000 से अधिक लोगों का पंजीकरण करने को कहा ताकि वनों में आग के कारण हर साल करोड़ों जीव-जंतु, पशु-पक्षियों को बचाया जा सके। 

अर्थशास्त्री उर्वशी नारायण ने संस्तुतियों पर दी विस्तृत प्रस्तुति
विश्व बैंक दल में अर्थशास्त्री उर्वशी नारायण ने विश्व बैंक द्वारा भारत में वन अग्नि प्रबंधन को मजबूत करने पर तैयार की गई रिपोर्ट की संस्तुतियों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उत्तराखंड के सहायक प्रधान सचिव वन विनीत पांकी, जम्मू-कश्मीर की प्रतिनिधि सहायक वन अरण्यपाल श्वेता देवी तथा हिमाचल वन विभाग के मुख्य वन अरण्यपाल आलोक नागर ने अपने-अपने भी वन अग्नि की घटनाओं से निपटने के लिए इस्तेमाल की जा रही तकनीकों पर प्रस्तुतियां दीं। भारतीय सर्वेक्षण संस्थान देहरादून ई.बिक्रम ने भी अपनी प्रस्तुति दी। हिमाचलके मुख्य प्रधान वन अरण्यपाल अजय शर्मा ने कहा कि वनों पर वॉल्टिक दबाव बहुत बड़ी चुनौती है। इस वर्ष कैंपा के तहत आग नियंत्रण के लिए 1.50 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है।

वन अग्नि की घटनाओं में 268.50 फीसदी हुआ इजाफा
हिमाचल में इस बार साल, 2017 की तुलना में वन अग्नि की घटनाओं में 268.50 फीसदी का इजाफा हुआ है। इससे वनों को 3 करोड़ की क्षति हुई है। यही नहीं आग बुझाते हुए डिप्टी रेंजर समेत 3 अन्य लोगों की भी जान गई है। प्रदेश में इस साल वन अग्नि की 2469 तथा बीते साल 670 घटनाएं हुईं थी।

विश्व बैंक करेगा वन अग्नि रोकने में वित्तीय मदद
वहीं वन अग्नि को रोकने में हर बार बजट की कमी आड़े आती है, लेकिन अब विश्व बैंक फोरैस्ट फायर रोकने के लिए वित्तीय मदद करेगा। विश्व बैंक ने हिमाचल के लिए फोरैस्ट फॉर प्रोस्पैरिटी प्रोजैक्ट मंजूर कर रखा है। इस प्रोजैक्ट में फोरैस्ट फायर का कम्पोनैंट समायोजित किया जाएगा।

Vijay