हिमाचल बनेगा MDR मरीजों को पौष्टिक आहार प्रदान करने वाला पहला राज्य

Wednesday, Mar 14, 2018 - 10:07 AM (IST)

शिमला: स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘एंड टीबी’ पर आयोजित सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान परमार ने प्रदेश में क्षय रोग उन्मूलन के कार्यान्वयन बारे प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पहले ही इस रोग को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। राज्य में इस रोग के मामलों की पहचान तथा सफल उपचार दर काफी बेहतर है तथा नीति आयोग की रिपोर्ट 2018 के अनुसार हिमाचल प्रदेश क्षय रोग मरीज पंजीकरण में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि सरकार के सक्रिय प्रयासों के चलते प्रदेश में वर्ष, 2017-18 के दौरान 16,000 मरीजों का पंजीकरण किया गया तथा वर्तमान में 450 एम.डी.आर. क्षय रोगियों का उपचार जारी है। 


प्रदेश एम.डी.आर. रोगियों को पौष्टिक आहार प्रदान करने वाला पहला राज्य है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश 24 मार्च, 2018 को विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री क्षय रोग योजना आरंभ करने वाला पहला राज्य होगा। इसके लिए 2 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश में आधुनिक क्षय रोग प्रयोगशालाओं का अभाव था लेकिन अब भारत सरकार ने ऐसी प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए एक करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है जिसके अंतर्गत आई.जी.एम.सी. शिमला तथा हिमाचल प्रदेश राजकीय टी.बी. सेनिटोरियम धर्मपुर प्रत्येक को 50 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे। गत वर्ष के दौरान सभी जिलों में 15 सी.बी. एन.ए.ए.टी. आधुनिक मशीनें स्थापित की गईं जबकि रामपुर, पालमपुर तथा नूरपुर में हाल ही में 3 मशीनें स्थापित की गई हैं। 


आर.एन.टी.सी.पी. में हिमाचल को मिला दूसरा पुरस्कार
संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम यानि आर.एन.टी.सी.पी. को प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश ने इंदौर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एक पारितोषिक समारोह में दूसरा पुरस्कार प्राप्त किया। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों तथा भारत सरकार के संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। सम्मेलन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।