हिमाचल का शीतकालीन सत्र 9 से 14 दिसंबर तक, सुरक्षा का जिम्मा 700 से अधिक जवानों पर(Video)

Thursday, Dec 05, 2019 - 04:13 PM (IST)

धर्मशाला(निप्पी): जिला मुख्यालय धर्मशाला के समीप तपोवन स्थित विधानसभा भवन में शीतकालीन सत्र के लिए 7 दिसंबर को पुलिस जवान मोर्चा संभाल लेंगे। वहीं धर्मशाला को जोड़ने वाले मार्गों पर नाकेबंदी भी की जाएगी। शीतकालीन सत्र का आयोजन 9 से 14 दिसंबर तक किया जाएगा। तपोवन के आसपास लगते ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आने-जाने के लिए अस्थायी पास बनाए जाएंगे, जिसके लिए प्रक्रिया पुलिस द्वारा पूरी की जाएगी। तपोवन में 9 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए 7 दिसंबर को शहर में पुलिस फोर्स तैनात होगी। सत्र के दौरान चप्पे-चप्पे पर 750 से अधिक पुलिस जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। इस बाबत पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने सूची उच्चाधिकारियों को भेज दी है।

नगर निगम धर्मशाला के साथ लगती रसां पंचायत समेत अन्य पंचायतों के लोगों के लिए सिद्धबाड़ी स्थित जोरावर स्टेडियम में अस्थायी पास बनेंगे, ताकि उन्हें सत्र के दौरान आवाजाही में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। 13वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। दस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व डीएसपी रैंक के अधिकारी भी होंगे और ये सुरक्षा की मुख्य कमान संभालेंगे। धर्मशाला शहर में 7 दिसंबर को पुलिस फोर्स पहुंच जाएगी और इसी दिन से विभिन्न चैकों में नाके लगने शुरू हो जाएंगे। वहीं एसपी जिला कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया स्थानीय लोगों के लिए जोरावर स्टेडियम में ही अस्थायी पास बनाने की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल और इन्वेस्टर मीट सहित अन्य कई मुद्दों पर विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुटा है। वहीं भाजपा का दावा है कि सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल बेहतरीन रहा है, ऐसे में विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए मुद्दा ही नहीं है। उधर शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने भी विपक्ष को सदन में बवाल मचाने के बजाय जनहित के मुद्दे उठाने की नसीहत दी है। सरवीण चौधरी का कहना है कि विपक्ष अपनी भूमिका को खूबसूरती से निभाए, जो मुद्दे विपक्ष द्वारा उठाए जाएंगे, उनका सरकार कठोर तरीके से संयम रखते हुए जवाब देना जानती है। शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान लोगों को एक सप्ताह तक सीएम के समक्ष अपनी समस्याएं रखने का समय मिलता है। सत्र के दौरान क्षेत्र के लोग सीएम सहित मंत्रियों से सीधा संपर्क कर सकते हैं। लोगों को भी आस होती है कि साल में एक बार सरकार यहां बैठेगी। सत्र के दौरान विपक्ष अपनी भूमिका खूबसूरती से निभाए और जवाब देना सरकार का काम है। सरकार निष्पक्ष तरीके से ईमानदारी से चल रही है और हम अपना पक्ष बड़े कठोर तरीके से और संयम से देना जानते हैं।

kirti