हिमाचल के इस छात्र ने हासिल किया मुकाम, TOP-10 सूची में दर्ज करवाया नाम

Sunday, Feb 12, 2017 - 06:54 PM (IST)

मंडी (नितेश सैनी): कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उच्छालो यारो। किसी भी व्यक्ति में कोई काम करने का जज्बा हो तो कठिन से कठिन काम भी आसान हो जाता है तथा सफलता भी उस व्यक्ति के पांव चूमती है। इस बात को करसोग उपमंडल की ग्राम पंचायत सनारली के गांव कुट्टी के 16 वर्षीय चेतन राजपूत ने साबित करके दिखाया है। चेतन राजपूत ने अपने मुकाम को हासिल करने के लिए गरीबी और निम्न आय से अपनी मेहनत व समय के सदुपयोग के बलबूते मंजिल को प्राप्त करने का लक्ष्य निश्चित किया है। चेतन ने मार्च, 2016 की दसवीं की वार्षिक परीक्षा में हिमाचल प्रदेश के टॉप-10 मेधावी छात्रों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा कर अपने माता-पिता का नाम ही बल्कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के साथ-साथ पूरे उपमंडल के लोगों का भी सिर गर्व से ऊंचा किया है। चेतन ने दिन-रात कड़ी मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया है। 

पिता किसान, माता मिड-डे मील कार्यकर्ता
चेतन राजपूत के पिता ज्ञान चन्द किसान तथा माता प्रभा देवी स्कूल में मिड-डे मील कार्यकर्ता हैं। उनका मानना है कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तियां प्रदान करना तथा मेधावी छात्रों को प्रोत्साहिन करने के लिए आरंभ की गई विभिन्न योजनाओं से प्रभावित होकर ही उनके बेटे ने यह मुकाम हासिल किया है। वर्तमान में चेतन राजपूत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग से शिक्षा ग्रहण कर रहा है। चेतन राजपूत का कहना है कि वह जमा दो की पढ़ाई के बाद इंजीनियरिंग करके भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहता है।

सरकार ने मेधावी छात्रों को दिए लैपटॉप
बता दें कि प्रदेश सरकार मेधावी छात्रों को कम्प्यूटर शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ प्रोत्साहित करने के लिए पाठशाला स्तर पर ही उन्हें लैपटॉप भी वितरित कर रही है। इसके लिए राजीव गांधी डिजिटल विद्यार्थी योजना आरंभ की गई है। योजना के अंतर्गत दसवीं तथा बारहवीं कक्षा के छात्रों को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम लाने पर लैपटॉप आबंटित किए जा रहे हैं। प्रत्येक वर्ष 10 हजार छात्र-छात्राओं को इस योजना के अंतर्गत लैपटॉप प्रदान किए जा रहे हैं। जिला में मंडी में मार्च, 2016 की दसवीं तथा 12वीं कक्षा के 1512 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए गए हैं। इसके अतिरिक्त दसवीं कक्षा में मैरिट में आने वाले 2 हजार विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना के तहत 20 हजार रुपए की राशि भी प्रदान की जा रही है।

20,0101 छात्रों को नि:शुल्क वर्दियां
जिला में सभी सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को महात्मा गांधी वर्दी योजना के तहत 98,661 छात्रों तथा 1,01,440 छात्राओं को नि:शुल्क वर्दियां भी प्रदान की गईं। उच्च शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री ज्ञानदीप योजना में 10 लाख रुपए तक का ऋण लेने वाले हिमाचली छात्रों को बिना आय सीमा के 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता है। प्रदेश सरकार की इसी दूरगामी सोच तथा प्रभावी नीतियों व कार्यक्रमों के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश आज शिक्षा के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है।