झोलियां भरने वाली मां के चरणों में चढ़े नकद 77 करोड़, चिंतपूर्णी में सबसे ज्यादा चढ़ावा (Video)

Tuesday, Jan 30, 2018 - 05:25 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): कहते हैं कि जो भक्त सच्चे मन से मां के चरणों में आकर अरदास करता है दयालु मां उसकी झोलियां खुशियों से भर देती है। श्रद्धालु हर साल मां के चरणों में करोड़ों की नकदी और सोना-चांदी चढ़ा रहे हैं। हिमाचल के 5 प्रसिद्ध शक्तिपीठों ब्रजेश्वरी देवी कांगड़ा, ज्वालाजी, श्री नयनादेवी, मां चामुंडा देवी और छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी में साल 2017 में साढ़े 77 करोड़ रुपए का नकद चढ़ावा चढ़ा। वहीं इन 5 शक्तिपीठों पर 13 किलो सोना और 7 क्विंटल चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई। सोने की मौजूदा कीमत चार करोड़ से ज्यादा है जबकि चांदी 2 करोड़ 56 लाख रुपए। इन मंदिरों में धार्मिक पर्यटन लगातार बढ़ता जा रहा है।  


मंदिर न्यास ज्वालाजी में साल 2017 में 12 करोड़ 16 लाख रुपए चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए। सोना 2 किलो 108 ग्राम, चांदी 6 9 किलो चढ़ावे में चढ़ी। 


मंदिर न्यास चिंतपूर्णी को साल 2017 में साढ़े 34 करोड़ रुपए का नकद चढ़ावा। चार किलो 790 ग्राम सोना और दो क्विंटल 94 किलो चांदी चढ़ी।  


चामुंडा देवी मंदिर न्यास को 2017 में चार करोड़ 57 लाख रुपए चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए हैं। 568 ग्राम सोना और 26 किलो चांदी श्रद्धालुओं ने मां को अर्पित की है।


कांगड़ा स्थित ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में साल 2017 में श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में 5 करोड़ 49 लाख रुपए का धन अर्पित किया है। सोना 568 ग्राम चांदी 26 किलो चढ़ावे  में चढ़ी। 


मंदिर न्यास श्री नैना देवी में वर्ष 2017 में 20 करोड़ 50 लाख का नकद चढ़ावा चढ़ा है। सोना 5 किलो 148 ग्राम चांदी 79 किलो चढ़ावे में चढ़ी, जबकि मंदिर के पास कुल जमा सोना 1 क्विंटल 68 किलो ग्राम है और चांदी 67 क्विंटल है। 


चिंतपूर्णी में गुप्त दान भी चढ़ा
शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर के गर्भ गृह को सोने से सजाने के लिए एक एनआरआई महिला श्रद्धालु ने 300 ग्राम सोना गुप्त दान किया। उन्होंने अपना नाम नहीं बताया। बताया जाता है कि गर्भ गृह की पतरियों पर 30 साल बाद सोने का पानी चढ़ा। इससे गर्भ गृह की सुंदरता को चार चांद लग गए।