हाई प्रोफाइल वाहन चोरी केस, आखिर किसे बचाने को हुए पुलिस जवानों के तबादले

Sunday, Dec 04, 2016 - 07:09 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): वाहन चोरी मामले में पुलिस अधिकारियों ने जांच से जुड़े सूत्रधार पी.ओ. सैल की टीम से 3 जवानों को हटाया दिया गया है। इतना नहीं, उन्हें जांच से हटाने के बाद पी.ओ. सैल से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है और जिला के अन्य थाना क्षेत्रों के लिए तबादला कर दिया गया है।

माना यह जा रहा है कि वाहन चोरी मामले की जांच से सूत्रधारों को हटाए जाने से अब उक्त मामले की जांच धीमी पड़ जाएगी और इसमें होने वाले अन्य बड़े खुलासों व वाहन बरामदगी पर सीधे तौर पर असर पड़ेगा। वहीं पिछले दिनों पीओ सैल की सूचना पर डिप्टी एसपी मदन धीमान की अगुवाई में सरकाघाट में बरामद की गई इनोवा गाड़ी को भी अभी तक सुंदरनगर पुलिस अपने कब्जे मे नहीं ले पाई है। अभी भी यह वाहन सरकाघाट थाना क्षेत्र में ही पार्क है। 

बता दें कि एच.पी. 12एफ-8300 नंबर के ऐसे अन्य वाहन की पुलिस पहले भी बिलासपुर के झंडुता निवासी से बरामदगी कर चुकी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी के मेरठ व अन्य क्षेत्रों से सैकड़ों की तादाद में  इनोवा, फॉरच्यूनर, जीप, कार, बाइक, स्कूटी, टै्रक्टर व ट्राले समेत अन्य चोरी के वाहन कुल्लू, घुमारवीं, हमीरपुर, बिलासपुर, करसोग, रामपुर, मंडी, सुंदरनगर व गोहर समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बेचे गए हैं, जिनके चैसी और इंजन नंबर बदल कर फर्जी तरीके से पंजीकरण आर.एल.ए. कार्यालयों में करवाए गए हैं। वहीं कुछ गाडिय़ों को फर्जी नंबरों से ही चलाए जा रहा है। यह भी संदेह जताया जा रहा है कि मंडी जिला समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से चोरी हुए वाहनों को दूसरे राज्यों में बेचा गया है। 

उधर, आई.जी. मंडी जोन अजय यादव का कहना है कि वाहन चोरी मामले में पी.ओ. सैल की टीम ने सराहनीय कार्य किया है। पी.ओ. सैल के जवानों का जांच मामले से हटाकर अन्य दूसरी जगहों पर तबादला कर दिया गया है। इस बात की जांच करके पता लगाया जाएगा कि ऐसा क्यों किया गया है, जिससे जांच प्रभावित हो सकती है।