यूक्रेन में 6 दिन बंकर में छुपे रहे, एक समय का मिलता था खाना

Tuesday, Mar 08, 2022 - 06:22 PM (IST)

चुवाड़ी (पुनीत शर्मा): यूक्रेन से चुवाड़ी के दोनों युवक मुकुल वासुदेव शर्मा व अमनदीप सागर घर सकुशल लौट आए हैं। मुकुल वसुदेव शर्मा वार्ड पांच व अमनदीप सागर वार्ड दो के निवासी हैं। अमनदीप सागर ने बताया कि जो मंजर हमने इन दो हफ्तों में देखा उसे जिंदगी में कभी भुलाया जा सकता। अमनदीप करीब दो साल पहले युक्रेन के खारकीव मैडिकल की पढाई करने गया था। 24 फरवरी को जैसे ही रूस और यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ तब से वह 6 दिनों तक बंकर में छुपे रहे। वहां उन्हें केवल एक समय खाना दिया जाता था। उसी बंकर में बंद रखा जाता था। 2 मार्च को खारकीव रेलवे स्टेशन के लिए पैदल ही अपने जोखिम पर चल पड़े । जब वह और उसके साथी स्टेशन पंहुचे तो यूक्रेन के सैनिक उन्हें प्रताडि़त करने लगे और कुछ छात्र व छात्राओं के साथ मारपीट करने लगे। उन्हें वहां से चले जाने को कहने लगे।

फिर वहां पर कुछ समय के बाद विस्फोट हुआ और वहां पर भगदड़ मच गई। विस्फोट के कुछ समय के बाद भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर दी कि खारकीव का रेलवे स्टेशन खाली कर दो फिर वहां से हजारों बच्चे अपने जोखिम पर करीब 30 किलोमीटर दूर रोमानिया के बॉर्डर की तरफ पैदल चल पडे। यूक्रेन बॉर्डर पर पीसोचीन में एक स्कूल के होस्टल में रुके। वहां पर उन्हें कहा गया कि भारतीय दूतावास द्वारा उनके लिए बस का इंतजाम कर दिया जाएगा, लेकिन 4 मार्च तक कोई इंतजाम ना होने पर उन्होंने खुद निजी बस का इंतजाम कर 2 दिनों तक लगातार बस में सफर करने के बाद रोमानिया पंहुचे। रोमानिया पंहुचने पर भारतीय दूतावास ने इनका खाने पीने के वयवस्था की और 5 मार्च को 1 बजे भारत के लिए भेज दिया। दिल्ली उतरने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा हिमाचल भवन में ठहराया गया और देर रात बस के द्वारा घर पंहुचाया। अमनदीप सागर के पिता सुदर्शन सागर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार प्रकट किया।

 

Content Writer

Kaku Chauhan