अरे यह क्या! बनने एक दिन बाद ही क्षतिग्रस्त हो गया विवादित पुल

Sunday, Jun 11, 2017 - 09:49 PM (IST)

सुंदरनगर: उपमंडल के पड़सल गैहरा में विवादित पुल बनने के एक दिन बाद ही क्षतिग्रस्त हो गया जिसके चलते ग्रामीणों ने पुल के निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग करने के मामले की विजीलैंस जांच की मांग की है। बता दें कि सुंदरनगर से कपाही वाया पड़सल सड़क के लिए बन रहे 45 मीटर लंबे और 42 मीटर ऊंचे पुल के निर्माण में ठेकेदार पर पहले ही मनमानी के आरोप लगे थे और लोगों ने शिकायत कर जांच की मांग की थी। जांच के लिए संबंधित अधिकारी कार्रवाई के लिए आनाकानी करते रहे और किसानों ने कई बार प्रदर्शन भी किए। आरोप हैं कि अधिकारी दबाव के चलते विभागीय जांच तक करने से कतराते रहे। 

क्या कहते हैं ग्रामीण 
दिला राम ठाकुर और अरठी पंचायत की प्रधान सुषमा, उपप्रधान महेंद्र ठाकुर, प्रभदयाल, वार्ड मैंबर कमला देवी, कर्म सिंह, चमारूराम, अमर सिंह, शक्ति चंद, कृष्ण सिंह, भूप सिंह, राकेश कुमार, काकू, लक्ष्मण, कौशल्या देवी, ग्राम चुरड़ वार्ड मैंबर रूप सिंह, गांव पटसल गहरा, गंगी देवी, कृष्णी देवी, तनु, मनू, श्याम लाल व अमरू सिंह ने घटना की विजीलैंस जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि घटिया सामग्री के प्रयोग से पुराने श्मशान पर बनाया गया पुल एक दिन में क्षतिग्रस्त हुआ है। 

खेत व घासनियों में डंप किया हजारों टन मलबा 
पुल की खुदाई कर खेत व घासनियों में हजारों टन मलबा डंप करके सैंकड़ों छोटे-बड़े फलदार पौधों व सिंचाई कूहल को क्षतिग्रस्त किया गया है जिसके नुक्सान की कोई भी अधिकारी जांच तक नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा मामले को रफा-दफा करने की साजिश की जा रही है। 

जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई 
लो.नि.वि. मंडल सुंदरनगर  के अधिशासी अभियंता वी.के. गुलेरिया ने कहा कि घटनास्थल का दौरा कर पुल की जांच की गई है। पुल पर बीते कल जब स्लैब डाला गया तो ठीक था लेकिन आज दोपहर बाद पुल के बीच का एक भाग बैठ गया है। घटना की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है। घटना की पूरी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।