यहां खुलेगी हिमाचल की पहली NCC Academy!

Wednesday, Feb 22, 2017 - 12:20 PM (IST)

घुमारवीं: सैन्य सेवाओं में प्रवेश के लिए बुनियादी प्रशिक्षण के रूप में स्कूलों से लेकर कॉलेजों तक में संचालित एन.सी.सी. नैशनल कैडेट कोर की हिमाचल में अलग से एक अकादमी खोलने के प्रस्ताव पर राज्य सरकार गंभीर दिखने लगी है। एन.सी.सी. की हिमाचल इकाई की ओर से वर्षों से हिमाचल में अलग से एन.सी.सी. अकादमी खोलने को लेकर किए जा रहे आग्रह पर इस बार मुख्यमंत्री ने हामी भरी है। इस इकाई ने राज्य सरकार को इस अकादमी को बिलासपुर जिला में खोलने के लिए उपयुक्त जगह भी चिन्हित करके दे दी है। साथ ही हिमाचल में वर्तमान में संचालित थल सेना की कुल 7 कंपनियों को बटालियनों में बदलने के प्रस्ताव पर भी राज्य सरकार ने कुछ ठोस करने का आश्वासन दिया है। हिमाचल एन.सी.सी. इकाई के समूह समादेशक ब्रिगेडियर ललित जोशी ने आज यहां कहा है कि अगर सरकार जल्द ही इन मामलों में सकारात्मक ठोस पहल कर दे तो हिमाचल के युवाओं के लिए एन.सी.सी. की अलग से अकादमी खोलने में अब कोई ज्यादा औपचारिकताएं बाकी नहीं रह गई हैं। 


वर्तमान में स्कूलों व कॉलेजों में एन.सी.सी. की जा रही संचालित
ब्रिगेडियर ललित जोशी ने बताया कि वर्तमान में हिमाचल के स्कूलों व कॉलेजों में एन.सी.सी. संचालित की जा रही है। इनमें वायु सेना, थल सेना व नेवी की अलग-अलग यूनिटें एन.सी.सी. को लेकर हिमाचल में काम कर रही हैं लेकिन राज्य के युवाओं के सेना में जाने की रुचि को देखते हुए इन्हें तमाम किस्म के प्रशिक्षण आदि का प्रबंध करने के मकसद से उन्होंने राज्य सरकार को कुछ वर्ष पहले प्रस्ताव भेजा था कि राज्य में किसी भी स्थान पर एक एन.सी.सी. अकादमी खोली जाए। अकादमी खोलने को लेकर इन वर्षों में तो कुछ ठोस नहीं हो पाया है लेकिन इस बार उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस मामले में मुलाकात की थी तो उन्होंने सकारात्मक रुख अपनाते हुए जल्द ही इस संबंध में कुछ ठोस पहल करने की बात की है।


फिलहाल गतिविधियां शुरू करने को लुहणू मैदान के पास खाली पड़े भवन की मांग
ब्रिगेडियर ललित जोशी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री व शिक्षा सचिव को सुझाव दिया है कि बिलासपुर जिला के लुहणू मैदान के पास राज्य सरकार की ओर से वाटर स्पोर्ट्स को शुरू करने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से एक विशाल भवन का निर्माण किया था। उसके बाद कुछ उपकरण भी खरीद लिए गए लेकिन बात इसके आगे कुछ नहीं बढ़ी और अब तक यह भवन खाली पड़ा हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस भवन को राज्य स्तरीय एन.सी.सी. अकादमी खोलने को लेकर फिलहाल गतिविधियां शुरू करने के लिए दे दिया जाए। इसके बाद धीरे-धीरे सरकार के परामर्श के बाद इस अकादमी को इसी स्थान पर मौजूद अतिरिक्त जमीन में भवन आदि का विस्तार करके आगे स्थापित किया जा सकता है। ब्रिगेडियर जोशी ने बताया कि इस अकादमी का मकसद है कि हिमाचल भर में सैंकड़ों युवाओं को कालेज व स्कूल की पढ़ाई के दौरान एन.डी.ए. व आई.एम.ए. आदि में प्रवेश का प्रशिक्षण दिया जाए।