यहां डेंजर जोन में ट्रैफिक, लोगों पर मंडरा रहा खतरा

Thursday, Aug 31, 2017 - 04:00 PM (IST)

घुमारवीं: घुमारवीं में पिछले कुछ दिनों से यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा कर रह गई है। अवढानीघाट से लेकर सीर खड्ड के उस पार लोक निर्माण विभाग के रैस्ट हाऊस तक पूरा घुमारवीं नगर इन दिनों यातायात व्यवस्था के नियंत्रण में न होने के कारण डेंजर जोन बनकर रह गया है। हालात ये हैं कि घुमारवीं नगर के भीतर की इकलौती ट्रैफिक लाइट पिछले करीब 15 दिनों से बंद पड़ी है। स्कूल वाले इलाकों के आसपास अक्सर छुट्टी होते ही हाईवे पर जाम की स्थिति तो बनती ही है साथ में ऐसे भी हालात हैं कि तेज रफ्तार में वाहन चलाने वाले लोगों पर पुलिस महकमे का कोई काबू नहीं रह गया है। यही वजह है कि शहर के विभिन्न हिस्सों में छिटपुट हादसों से लेकर वाहन चालकों की मौत तक की घटनाएं पिछले कुछ समय से हो रही हैं। इस मामले में डी.एस.पी. राजेश कुमार ने बताया कि वह अभी छुट्टी पर हैं। लिहाजा लौटने के बाद सुधार के बिंदुओं पर चर्चा करते हुए शहर में यातायात नियंत्रण को पहले से और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे।


यहां अक्सर खड़े मिलते हैं वाहन 
गांधी चौक से सीर खड्ड पुल व इसके आगे तमाम जगहों पर रैस्ट हाऊस के आगे सड़क के किनारे वाहन खड़े रहते हैं लेकिन घुमारवीं में तैनात टै्रफिक पुलिस टीम व्यवस्था के इन खोटों को मिटाने में कामयाब नहीं हो पा रही है।


यहां हादसों का हर पल खतरा
डी.ए.वी. स्कूल की ओर से आने वाला संपर्क मार्ग नैशनल हाईवे से मिलता है। यहां पर सुबह वाहनों की काफी भीड़ हो जाती है तथा हादसे का खतरा बना रहता है। यहां पर स्कूल की बसों व दूसरी गाडिय़ों में बच्चों को लाने वाले वाहन चालक बच्चों को हाईवे पर ही उतार कर चले जाते हैं। सिर्फ स्कूल के ही कुछ कर्मचारी प्रयास करते हैं कि टै्रफिक रैगुलेट हो लेकिन हाईवे पर बेहिसाब गति से दौड़ने वाले और यहां पर जाम लगाने वाले वाहनों पर कोई नियंत्रण नहीं रहता है। इसी तरह रिलायंस के पैट्रोल पंप के पास भी गाड़ियों में टकराव का खतरा बना हुआ है। यहां पर पंप के मालिकों की ओर से कोई सूचना पट्ट नहीं लगाया गया है और न ही नैशनल हाईवे अथॉरिटी की ओर से। शहर के दूसरे पंपों पर यूं तो गाड़ियां निकलती हुई दिख जाती हैं लेकिन कई बार पंप के बाहरी स्थान पर ट्रक आदि पार्क होने पर खतरा बढ़ जाता है। हाईवे से घुमारवीं-सरकाघाट रोड दकड़ी में आकर मिलता है। यहां पर अक्सर दुर्घटनाओं के अंदेशे को टालने के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस विभाग ने कुछ वर्ष पहले ट्रैफिक लाइट्स की स्थापना की थी लेकिन ये पिछले 15 दिनों से खराब पड़ी हैं।