यहां पालकी में लाए जाते हैं मरीज, अब तक 2 लोग रास्ते में ही तोड़ चुके दम

Tuesday, Jun 05, 2018 - 02:33 PM (IST)

बरठीं : आजादी के 71 वर्ष बीत जाने के बाद भी तहसील झंडूता के अंतर्गत ग्राम पंचायत जेजवीं के गांव सिल्वीं के वार्ड नं.-5 में सड़क सुविधा न होना सैंकड़ों लोगों के लिए भारी समस्या का सबब बन चुकी है। आलम यह बना हुआ है कि आज के इस दौर में भी लोगों को चिकित्सा सुविधा के लिए पालकियों में उठाकर अस्पताल तक पहुंचाना गले की फांस बन चुका है। क्षेत्र भर के लोगों प्यार सिंह, श्याम लाल, कमल सिंह, अंजना देवी, गीता देवी व डिम्पल सहित अन्य दर्जनों लोगों ने बताया कि जेजवीं की उपरोक्त हरिजन बस्ती में सड़क सुविधा न होना एक जटिल समस्या बन चुकी है जबकि क्षेत्र के 2 लोग अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही मृत्यु का ग्रास बन चुके हैं।

सड़क योजना के तहत 3 लाख रुपए का बजट भी पड़ा हुआ
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं व मरीजों के लिए 102 व 108 एम्बुलैंस की सुविधा तो कर रखी है लेकिन अफसोस तो इस बात का है कि यहां एंबुलैंस तो दूर की बात, उसके हूटर तक की आवाज भी नहीं सुनाई देती है। उधर, इस बारे में जेजवीं पंचायत प्रधान रीना पंडीर ने बताया कि सिल्वीं गांव व अन्य लोगों के लिए सड़क न होना एक गंभीर समस्या है जबकि सड़क निर्माण के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 3 लाख रुपए का बजट भी पड़ा हुआ है।

इस कार्य में अड़चन आ रही
उन्होंने बताया कि इस सड़क की सारी औपचारिकताएं भी विभाग द्वारा पूरी की जा चुकी हैं जबकि वनाधिकार नियम की प्रक्रिया भी पूरी कर दी गई है। उधर, लोक निर्माण विभाग के एक्सियन मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि सरकार व विभाग सड़क मामले को लेकर गंभीर है। जहां तक इस सड़क का प्रश्न है तो इसके लिए भी विभाग इसे पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है लेकिन 5-6 लोगों द्वारा गिफ्ट डीड नहीं दिए जाने से इस कार्य में अड़चन आ रही है। फिर भी विभाग अपने स्तर पर इस सड़क को परवान चढ़ाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने लोगों से भी इस कार्य को संपूर्ण करने में अपना सहयोग देने की अपील की है।   

kirti