यहां विभाग व सरकार नौनिहालों के जीवन से कर रहे खिलवाड़

Tuesday, Mar 06, 2018 - 01:11 AM (IST)

जोल: टकारला के वार्ड नंबर-1 में पिछले वर्ष प्राइमरी स्कूल खोला गया था लेकिन अभी तक इस स्कूल में एक भी स्थायी अध्यापक की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिस कारण ग्रामीणों में विभाग व सरकार के खिलाफ रोष है। अध्यापकों के बिना बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने स्कूल में स्थायी अध्यापक की तैनाती के लिए विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। यदि एक सप्ताह के भीतर यहां स्थायी अध्यापक नियुक्त नहीं किया गया तो इसके विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।

30 बच्चे ग्रहण कर रहे शिक्षा
जानकारी के मुताबिक इस स्कूल में वर्तमान में करीब 30 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्थायी अध्यापक के बिना इन बच्चों की शिक्षा रामभरोसे ही है। एक तरफ तो सरकार प्राथमिक शिक्षा पर बल देने की बात करती है तो दूसरी तरफ स्कूल में अध्यापकों के बिना चल रही पढ़ाई सरकार की पोल खोल रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग को इस बारे में अवगत करवाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

हफ्ते में आते हैं 2 अलग-अलग अध्यापक
वार्ड सदस्य ज्ञान चंद, करनैल सिंह, जरनैल सिंह, रमेश चंद, प्रकाश चंद, अशोक कुमार, बलवीर कुमार, सीमा देवी, ज्योति, सोनू, सरोज, बीना, सुमन व कमला देवी ने बताया कि पिछले वर्ष 1 अप्रैल को यह स्कूल खुला था लेकिन तब से लेकर आज तक यहां स्थायी अध्यापक नहीं मिला है। 3 दिन एक अध्यापक तो अगले 3 दिन कोई और अध्यापक आता है। ग्रामीणों ने इस समस्या से ऊना में तैनात विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया था लेकिन आज तक समस्या का हल नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर स्कूल में स्थायी अध्यापक की तैनाती नहीं होती है तो शिक्षा विभाग के कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।