यहां स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारों से गूंजा अस्पताल, पढ़ें क्या है मामला

Monday, May 08, 2017 - 01:31 AM (IST)

जोगिंद्रनगर: अस्पताल में चिकित्सकों के खाली पदों के चलते रोजाना सैंकड़ों गरीब लोगों को हो रही मुश्किलों पर पिछले लंबे समय से मौन धारण कर बैठी राजनीतिक पार्टियों की चुप्पी रविवार को टूटी है। रविवार को भाजयुमो ने अस्पताल में कई दिनों से चल रही सभी ओ.पी.डी. की तालाबंदी पर सरकार की खिंचाई की। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के प्रवेश द्वार पर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर व सी.एम. वीरभद्र मुर्दाबाद के नारों के साथ अस्पताल में डाक्टरों की जल्द तैनाती न करने पर भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी। 

सरकार ने श्मशान में तबदील किया अस्पताल  
कहा गया कि लाखों लोगों की जान के जिम्मेदार इस अस्पताल को मौजूदा सरकार ने श्मशान में तबदील करके रख दिया है। भाजयुमो अध्यक्ष अर्जुन ठाकुर ने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में यहां 16 से ज्यादा चिकित्सक हर समय तैनात रहते थे। आपातकाल में भी मरीजों को रैफर करने की नौबत कम ही आती थी लेकिन अब तो आम बुखार में मरीजों को रैफर किया जा रहा है। पिछले एक साल में अस्पताल में 19 पदों में केवल 4 या 5 पद ही भरे गए हैं, जिनमें से 2 चिकित्सकों के ट्रेनिंग पर जाने से अधिकांश ओ.पी.डी. में तालाबंदी हो गई है। बेबस मरीज एस.डी.एम. के समक्ष भी गुहार लगा चुके है लेकिन फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।

100 बैड की क्षमता में 19 मरीज
रविवार को स्थिति यह थी कि 11 बजे तक राऊंड के लिए कोई डाक्टर उपलब्ध नहीं था। भाजयुमो के प्रदर्शन के बाद नेत्र रोग विशेषज्ञ एस.एम.ओ. ने राऊंड किया और इसके बाद ओ.पी.डी. में भी उपलब्ध रहे। रविवार को 100 बैड की क्षमता वाले अस्पताल में मात्र 19 मरीज ही दाखिल थे। अस्पताल में पहुंचने वाले अधिकांश मरीजों को या तो रैफर कर दिया जा रहा है या फिर कई मरीज अस्पताल की बजाय अन्य जगह इलाज करवाने में बेहतरी समझ रहे हैं।