यहां पत्रकारिता का इतिहास खंगालेगा पालमपुर का Professor

Thursday, Feb 08, 2018 - 11:54 AM (IST)

पालमपुर (भृगु): भारत के प्राचीनतम बसे नगर काशी में पत्रकारिता के इतिहास को खंगाला जाएगा। इस कार्य को मूर्त रूप देंगे हिमाचल में कार्यरत एक प्राध्यापक। भले ही भारतीय पत्रकारिता के साथ-साथ हिन्दी पत्रकारिता की भी उद्भव भूमि कोलकाता ही रही है किन्तु हिन्दी पत्रकारिता को सजाने-संवारने और संवद्र्धन का श्रेय काशी को जाता है। हिन्दी समाचार पत्रों पर लिखे गए अब तक के इतिहास से यह स्पष्ट संकेत प्राप्त होता है कि इन पत्रों के प्रकाशन में काशी का अपूर्व योगदान रहा है। इसमें पत्रकारिता का क्रमबद्ध इतिहास को माला में डॉक्टर कौशल कुमार पांडेय पिरोएंगे। 


भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने काशी में पत्रकारिता के क्रमबद्ध इतिहास पर एक प्रोजैक्ट पांडेय को स्वीकृत किया गया है। ऐसे में 2 वर्ष की अवधि में वह इस कार्य को पूरा करेंगे। पांडेय वर्तमान में शहीद कैप्टन विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। मूल रूप से काशी से संबंधित पांडेय ने बनारस तथा मुंबई में विभिन्न समाचार पत्रों के साथ जुड़कर भी कार्य किया है। उन्होंने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने काशी में पत्रकारिता का क्रमबद्ध इतिहास विषय पर एक प्रोजैक्ट उन्हें सौंपा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए 4 लाख रुपए राशि भी परिषद द्वारा स्वीकृत की गई है।