यहां पानी के लिए मची हाहाकार, लोग गंदा पानी पीने को मजबूर

Saturday, May 19, 2018 - 12:09 AM (IST)

डल्हौजी: पेयजल स्रोत सूखने से सलूणी विकास खंड के तहत द्रेकड़ी पंचायत के नेलणी गांव में पानी के लिए हाहाकार मच गई है। बूंद-बूंद के लिए तरस रहे ग्रामीण बावडिय़ों का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। विभाग पेयजल स्रोत सूखने की दुहाई देकर 2 दिन छोड़कर पानी दे रहा है। कुछ नलों में तो बमुश्किल 3 दिन बाद भी 20-25 लीटर पानी नसीब हो रहा है। ग्रामीण प्राकृतिक पेयजल स्रोतों का पानी पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं। नेलणी निवासियों ने कहा कि विभाग कई दिनों से एक दिन छोड़कर पानी दे रहा था जबकि अब तो 2 दिन छोड़कर पानी नसीब हो रहा है। चौथे दिन भी ग्रामीणों को एक बाल्टी पानी नसीब नहीं हो रहा है।


संक्रामक रोगों को दे रहे न्यौता
लोग नालों और बावडिय़ों का गंदा पानी पीकर संक्रामक रोगों को न्यौता दे रहे हैं जबकि पब्लिक टैप पर तो घंटों कतार में लगकर भी एक बाल्टी पानी नसीब नहीं हो रहा है। ग्रामीण टैंकर से भी पानी खरीदने को तैयार हैं लेकिन सड़क सुविधा न होने से ऐसा भी नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि कुछ नल ऐसे हैं जिनमें खुला पानी आ रहा है और वहां पानी का दुरुपयोग भी हो रहा है। अगर विभाग हर कनैक्शन पर मीटर लगा दे तो समस्या का समाधान हो सकता है। गांववासियों ने सरकार से मांग की है कि पेयजल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए वर्ना लोगों को प्यासे तड़पने की नौबत आ गई है।


क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी
आई.पी.एच. विभाग मंडल सलूणी के अधिशासी अभियंता हेमंत पुरी ने बताया कि सूखे की वजह से अधिकतर पेयजल स्रोत सूख रहे हैं। सरार-पद्दर पेयजल स्रोत में भी पानी सूख रहा है। 2 दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है लेकिन पानी कम मिल रहा है या कहीं पानी का दुरुपयोग हो रहा है, यह ध्यानार्थ नहीं है। हर ग्रामीण को बराबर पेयजल उपलब्ध करवाने की पूरी कोशिश होगी।

Vijay