यहां खोखे हटाने आया सरकारी अमला लौटा खाली हाथ, जानिए क्या है वजह

Wednesday, May 31, 2017 - 07:17 PM (IST)

बिलासपुर: शहर के साथ लगते चिलिंग प्लांट के पास वाल्मीकि मोहल्ले में सड़क किनारे बने 2 खोखों को हटाने के लिए गया प्रशासनिक अमला लोगों के विरोध और स्थानीय विधायक बंबर ठाकुर के हस्तक्षेप के बाद बैरंग लौट आया। जानकारी के अनुसार इन अवैध खोखों को हटाने के आदेश डी.सी. बिलासपुर ने नगर परिषद बिलासपुर को दे रखे थे। डी.सी. के आदेशों को अमलीजामा पहनाने के लिए बुधवार को करीब 12 बजे प्रशासनिक अमला तहसीलदार सदर की अगुवाई में मौके पर पहुंचा। प्रशासनिक अमले में नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा पुलिस बल भी शामिल था। प्रशासन ने इन खोखों को हटाने के लिए जे.सी.बी. को भी मौके पर बुलाया था। 

नगर परिषद ने नहीं दिया था खोखा हटाने का नोटिस
प्रशासनिक अमले की सूचना मिलते ही बामटा पंचायत प्रधान सीमा सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच गए तथा जिला प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया। रितेश कुमार ने बताया कि नगर परिषद ने उसे खोखा हटाने का कोई नोटिस नहीं दिया था और बुधवार को अचानक तहसीलदार जीत राम भारद्वाज ने उसे खोखे में रखा सामान उठाने के आदेश दिए जिस पर उसने अपना सामान उठाना भी शुरू कर दिया। उसने बताया कि बिना पूर्व सूचना के एकदम सामान उठाना मुमकिन नहीं है। स्थानीय पंचायत प्रधान सीमा ने नगर परिषद के अधिकारियों को खोखों को हटाने के आदेश दिखाने को कहा। इस पर नगर परिषद के अधिकारी ने नगर परिषद कार्यालय से इसके आदेश मंगवाए। 



विधायक ने मौके पर पहुंचकर किया बचाव 
मामला काफी संवेदनशील हो गया था तथा किसी ने फोन के माध्यम से इसकी सूचना सदर विधायक बंबर ठाकुर को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक तुरंत मौके पर पहुंचे तथा लोगों से सारी बात की जानकारी ली। उन्होंने तहसीलदार सदर को इन खोखों को न हटाने की हिदायत दी तथा भविष्य में कोई भी ऐसा काम करने से पहले सरकार को विश्वास में लेने का आदेश भी दिया जिस पर तहसीलदार अपनी टीम सहित मौके से वापस आ गए। 

रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को भेजी जाएगी 
तहसीलदार सदर जीत राम भारद्वाज ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर वह इन खोखों को हटाने के लिए गए थे लेकिन लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट तैयार कर आगामी कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।