यहां पांच डॉक्टरों के काम को संभालती है मात्र एक स्टाफ नर्स, जानिए वजह (Video)

Sunday, May 27, 2018 - 09:10 AM (IST)

मंडी (नीरज): हिमाचल प्रदेश के उन अस्पतालों के बारे में तो आप रोज सुन और देख रहे हैं जहां डॉक्टरों की कमी चल रही है लेकिन आज हम आपको ऐसे अस्पताल के बारे में बताने जा रहे हैं जहां डॉक्टर तो हैं लेकिन उनके काम को संभालने वाली स्टाफ नर्सें ही नहीं हैं। बात हो रही है मंडी जिला के सिविल अस्पताल गोहर की। बता दें कि यह सीएम जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र सराज की करीब 15 पंचायतों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाता है। पहले खुद यह अस्पताल सीएम के गृहक्षेत्र में ही था लेकिन 2012 में डी-लिमिटेशन के बाद यह नाचन में शामिल हो गया। यहां पांच डॉक्टर तैनात हैं। लेकिन इनके काम को आगे संभालने के लिए मात्र एक ही स्टाफ नर्स है।


यही कारण है कि यहां के सभी वार्ड खाली पड़े हैं और मरीजों को दिन भर चेक करने के बाद शाम को घर भेज दिया जाता है। किसी को एडमिट नहीं किया जाता। एडमिट करने के लिए मंडी भेज दिया जाता है। शाम ढलते ही पूरा अस्पताल वीराने में तब्दील हो जाता है। इक्का-दुक्का जो मरीज यहां दाखिल हैं उन्हें भी परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। एक मरीज ने बताया कि पांच दिन से उसकी बैडशीट ही नहीं बदली है और न ही शौचालयों में सफाई हुई है। बता दें कि हास्पिटल में सिक्योरिटी, सफाई और फार्मासिस्ट सहित अन्य स्टाफ की भी भारी कमी चल रही है। जिस कारण यह अस्पताल मात्र ओपीडी तक ही सीमित होकर रह गया है।


पहले यहां पांच स्टाफ नर्सें तैनात थी। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद सभी ने अपनी एडजेस्टमेंट करवा ली। एक-एक करके सभी यहां से रूखसत हो गईं और अब सिर्फ एक ही स्टाफ नर्स शेष बची है। उनकी इकलौती स्टाफ नर्स रंजना गुप्ता ने भी सरकार से यहां खाली चल रहे पदों को जल्द भरने की मांग उठाई है ताकि इंडोर सेवाओं को भी सही ढंग से चलाया जा सके। वहीं डॉक्टर रोशन ठाकुर ने बताया कि इस बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं जब इस बारे में नाचन के विधायक विनोद कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार ने यहां गोहर के लिए तीन स्टाफ नर्सों के ऑर्डर कर दिए हैं और जल्द ही इनकी तैनाती कर दी जाएगी ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

Ekta