यहां रोजाना जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंच रहे छात्र, जानिए वजह

Saturday, May 20, 2017 - 03:29 PM (IST)

पांवटा साहिब: पांवटा साहिब में आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी इस सड़क मार्ग को पूरा नहीं किया गया है। दुर्गम क्षेत्र शिलाई के तहत सतौन-भटरोग सड़क मार्ग पर रोजाना दर्जनों छात्र अपनी जान को जोखिम में डाल कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाते हैं। जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग ने करीब 2 साल पहले इस सड़क मार्ग का निर्माण कार्य किया था। इस पर एक बार परिवहन निगम की बस भी चल चुकी है। लेकिन इसके बाद विभाग ने दोबारा इसकी कोई सुध नहीं ली। अब इस सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यहां पैदल चलना भी खतरे से खली नहीं है।


इस मार्ग पर भूस्खलन के चलते पहाड़ी से गिरते रहते हैं पत्थर
इस मार्ग पर रोजाना भूस्खलन के चलते पहाड़ी से पत्थर गिरते रहते हैं। इसके चलते स्कूली छात्रों को यहां बह रही गिरी नदी को तैर कर पार करना पड़ता है, जो खतरे से खाली नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी बरसात का मौसम आना है, उस समय परेशानी और बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने कई बार सड़क मार्ग का मुद्दा हर्ष वर्धन सहित शिलाई के विधायक बलदेव तोमर को भी बताया, लेकिन अभी तक राजनेताओं ने इसकी कोई सुध नहीं ली है। उन्होंने दोनों राजनैतिक पार्टियों को इसका जिम्मेदार ठहराया है तथा आगामी विधान सभा चुनाव में इसका बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।


क्या कहते है राजनेता
रोजगार सृजन बोर्ड के चेयरमैन हर्ष वर्धन ने बताया कि इस बारे में वह खुद विभाग के अधिकारियों से मिल कर इस सड़क मार्ग को जल्द शुरू करने को कहेंगे। इस रोड़ को प्राथमिकता के साथ विधायक निधि में डाला गया है और इसकी डीपीआर भी तैयार करवा दी गई है। लेकिन विभाग के अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है।