यहां देवदार व काइल के आधा दर्जन हरे पेड़ों पर चली आरी

Saturday, Apr 29, 2017 - 12:27 AM (IST)

कुल्लू:  देवभूमि कुल्लू की हरियाली को वन माफिया पूरी तरह तबाह करने में जुट गया है। वन माफिया के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब माफिया ने सुनसान क्षेत्रों को छोड़कर सड़क किनारे अवैध कटान करना शुरू कर दिया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ऊझी घाटी स्थित धरोहर गांव नग्गर से सटे नथाण बीट के जंगलों में देखने को मिल रहा है। पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माफिया ने बीट क्षेत्र के करीब आधा दर्जन हरे-भरे देवदार और काइल के पेड़ों का सफाया कर दिया है, वहीं करीब 3 देवदार के पेड़ नथाण गांव की ओर जाने वाली सड़क के साथ काट दिए हैं। इसके अलावा नथाण नाले से सटे जंगलों में देवदार व काइल  के पेड़ों पर आरी चला दी है। 

लंबे अर्से से चल रहा पेड़ों का अवैध कटान 
बताया जा रहा है कि इस जंगल में देवदार व कायल के पेड़ों का अवैध कटान लंबे अर्से से चल रहा है लेकिन वन विभाग अवैध कटान को रोकने में नाकाम साबित हो गया है। वन विभाग के अधिकारी की मानें तो बीट क्षेत्र में कई ऐसे जंगल हैं जो सुनसान हैं, जहां वन रक्षक का अकेला जाना जोखिम भरा है। इसका फायदा उठाकर वन माफिया ने भारी मात्रा में अवैध कटान शुरू कर दिया है। 

लोगों के मन में उठ रहा सवाल 
अब सभी लोगों के मन में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों वन माफिया के हौसले बुलंद हो गए हैं और क्यों वन अधिकारी हरे-भरे पेड़ों को बचाने में लाचार नजर आ रहे हैं। कटान होने के बाद भी वन विभाग क्यों वन माफिया तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिला कुल्लू के जंगलों में धड़ल्ले से हो रहे अवैध कटान को लेकर पर्यावरण प्रेमियों ने गहरी चिंता जताई है, साथ ही वन विभाग को वन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। 

वन माफिया रातोंरात ठिकाने लगाता है लकड़ी
जिला कुल्लू के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लोगों को मकान बनाने के लिए टी.डी. के रूप में इमारती लकड़ी नसीब नहीं हो रही है, वहीं वन माफिया वन विभाग की लापरवाही का फायदा उठाकर रातोंरात इमारती लकड़ी को ठिकाने लगा रहा है। दूसरी ओर मकान निर्माण करने वाले लोगों को टी.डी. की तमाम औपचारिकताओं को पूरा करना पड़ता है। सूत्रों की मानें तो नथाण के जंगलों में भी माफिया रातोंरात लकड़ी को ठिकाने लगा रहा है।