यहां एक डॉक्टर के सहारे 18 हजार लोग

Thursday, May 04, 2017 - 03:26 PM (IST)

सलूणी: चंबा जिला की 10 पंचायतों के 18 हजार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का जिम्मा उठाने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकों व स्टाफ की कमी से खुद ही बीमार होकर रह गया है। केंद्र में सुविधाओं की कमी से इलाके की गरीब जनता को महंगे खर्च पर उपचार के लिए चंबा या टांडा का रुख करना पड़ रहा है। कई बार मरीज समय पर आवश्यक चिकित्सीय सुविधा न मिलने से बीच राह में ही दम तोड़ जाते हैं। बताया जाता है कि स्वास्थ्य केंद्र सलूणी का संचालन एकमात्र चिकित्सक के सहारे किया जा रहा है। इसके अलावा यहां स्टाफ के नाम पर एक फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स मेल व एक चपड़ासी और एक डेंटल मेकेनिक ही सेवाएं दे रहा है। 


स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की कमी से लोगों को  झेलनी पड़ रही परेशानी
वर्ष 2006 में सरकार की ओर से इसे एफआरयू का दर्जा देने के बाद भी सुविधा में सुधार को बेहतर प्रयास नहीं हो पाए हैं। हालात यह है कि इकलौते चिकित्सक के अवकाश पर चले जाने पर अन्य स्वास्थ्य संस्थानों से डेपुटेशन करके काम चलाना पड़ता है। यहां रोजाना दूरस्थ क्षेत्रों से 100 से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। मगर एकमात्र चिकित्सक होने के चलते उन्हें घंटों लाइन में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। बहरहाल, स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की कमी से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।