मदद की आस छोड़ स्वयं ही रास्ता बनाने में जुटा चमन लाल

Friday, Feb 15, 2019 - 01:01 PM (IST)

कुल्लू : अगर इंसान की सोच पक्की हो तो कोई भी समस्या उसके लिए मुश्किल नहीं रह जाती। यही धारणा सिद्ध करते हैं ग्राम पंचायत कोठीसारी के निवासी चमन लाल। जो करीब पौना किलोमीटर का रास्ता अकेले ही बनाने में जुटे हुए हैं। रोजाना सुबह 6 बजे उठ कर चमन लाल रास्ता बनाने लग जाते हैं, ताकि ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी न हो। हालांकि उन्हें ज्ञात है कि इस कार्य के लिए उन्हें किसी प्रकार का कोई पारिश्रमिक नहीं दिया जाएगा, किन्तु फिर भी समाज सेवा का नाम देकर वह स्वयं पूरा दिन इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

गौरतलब है कि वर्ष 2017 में नैशनल हाईवे के निर्माण के दौरान ग्राम पंचायत कोठीसारी का पैदल मार्ग, जोकि पंचायत कार्यालय और गांव रामाबाई तक पहुंचता था, पूरी तरह से टूट गया। इसके पुनर्निर्माण के लिए पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा कई बार प्रस्ताव पारित कर नैशनल हाईवे के कार्यालय रायसन व प्रशासन से मांग की गई, लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी रही। जब कहीं से कोई मदद मिलती नहीं दिखी तो चमन लाल ने स्वयं ही रास्ता बनाने की ठान ली। सलाम है ऐसे व्यक्ति के जज्बे को, जहां लोग बिना पैसे के कोई काम नहीं करते, वहीं चमन लाल जैसे लोग समाज सेवा का नाम देकर खुशी से देश निर्माण के लिए अपना योगदान दे रहे हैं।

kirti