किसानों के लिए आफत बनी बारिश, फसल बर्बाद

Sunday, May 14, 2017 - 05:26 PM (IST)

चम्बा : हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार दोपहर को विकास खंड मैहला के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत गुराड़ में भारी बारिश होने के चलते उक्त पंचायत के कई गांवों के किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। खेतों में खड़ी मक्की, आलू व गोभी की फसल पूरी तरह से भारी बारिश के चलते बह कर आए मलबे में दफन हो गई है। किसानों के खेत मलबे की परत में दफन हो गए हैं, ऐसे में जिला प्रशासन उक्त गांवों में एक जांच कमेटी को तुरंत भेजे ताकि प्रभावित किसानों को कुछ आर्थिक राहत जारी हो सके। यह जानकारी गुराड़ पंचायत के उपप्रधान योगराज शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की दोपहर करीब साढ़े 3 बजे आधे घंटे तक इतनी जोरदार तूफानी बारिश हुई कि पंचायत के कई गांवों में बादल फटने जैसी स्थिति बन गई। परिणामस्वरूप भारी मात्रा में आया मलबा लोगों के खेतों में बिछ गया तो पंचायत के नाले भी मलबे से भर गए। उपप्रधान का कहना है कि अगर इतनी ही देर तक यह बारिश जारी रहती तो भारी जानमाल का नुक्सान हो जाता।

घरों में लगे बिजली के मीटर जले
उन्होंने बताया कि शनिवार की सुबह पंचायत के गांव पातका में लगे बिजली के ट्रांसफार्मर में जोरदार आवाज हुई जिसके बाद पंचायत के थगला, लखडली व पेटी गांव में लगे सभी बिजली के मीटर काले पड़ गए हैं। जिन्हें देखकर यह आभास होता है कि बिजली की वोल्टेज के बढऩे से यह मीटर जल गए हैं। उपप्रधान ने कहा कि इस बिजली के ट्रांसफार्मर के माध्यम से 5 गांवों के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली की पूर्ति की जाती है। उन्होंने बताया कि लगभग सभी घरों में लगे बिजली के मीटर जल गए हैं तो साथ ही बिजली के बल्ब फ्यूज हो गए तथा फ्रिज व टी.वी. भी जल गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बारे में क्षेत्र के फोरमैन को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की तूफानी बारिश के कारण लखली गांव के हेमराज व हेम सिंह के 10 मवेशी उसकी चपेट में आकर जख्मी हो गए हैं क्योंकि जब यह तूफानी बारिश हुई तो यह मवेशी चर रहे थे जोकि गिरकर घायल हो गए।