चम्बा में भारी बारिश से कई सड़कें बंद, बाढ़ की चपेट में आने से 20 भेड़-बकरियों की मौत

Saturday, Aug 17, 2019 - 10:22 PM (IST)

चम्बा: शुक्रवार रात से जिला चम्बा में हो रही मूसलाधार बारिश शनिवार शाम तक जारी रही। इस बारिश के कारण समूचे जिला का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित रहा। यहां तक कि पड़ोसी राज्य पंजाब से आने वाली रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति जिला के लिए शनिवार को नहीं हो पाई। इसकी वजह यह रही कि जिला चम्बा की लाइफ लाइन कहे जाने वाले पठानकोट-चम्बा-भरमौर मार्ग कई स्थानों पर मलबा गिरने के चलते शाम तक बंद रहा। इस वजह से पूरा दिन भर चम्बा-पठानकोट व चम्बा-बनीखेत के बीच सीधी परिवहन सेवा लोगों को नहीं मिल पाई। उधर, मौसम के इस रुख को देखते हुए कई लोगों ने अपनी यात्रा को टालने में ही बेहतरी समझी।

115 सड़कों पर थमी वाहनों की रफ्तार

इसके अलावा जिला चम्बा में शनिवार की सुबह को 115 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गईं, जिन्हें खोलने के लिए पूरा दिन भर लोक निर्माण विभाग की मशीनें व लेबर जुड़ी रही। डीसी चम्बा विवेक भाटिया ने बताया कि जिला में शुक्रवार रात से हो रही भारी बारिश के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हुई सड़कों को खोलने के लिए जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारी बरसात के कारण जिला में 115 मुख्य व संपर्क मार्ग व सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें से 106 को शनिवार देर शाम तक खोल दिया जाएगा। यातायात को सुचारू बनाने के लिए 93 मशीनें तैनात की गई हैं। लोक निर्माण विभाग के अनुसार अभी तक लगभग साढ़े 7 करोड़ रुपए के नुक्सान का आकलन किया गया है। अन्य विभागों के नुक्सान का आकलन राजस्व विभाग के माध्यम से किया जा रहा है। डीसी चम्बा ने बताया कि भारी बारिश के मद्देनजर जनसाधारण से सावधानी बरतने तथा अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने का आह्वान किया है।

जिला के ये मुख्य सड़कें हुईं बंद

जिला चम्बा की बंद पड़ी मुख्य सड़कों में चम्बा-तीसा-अलवास, चम्बा-जुम्हार, चम्बा-भरमौर, चम्बा-पुखरी, चम्बा-कोटी-सलूणी, चम्बा-तेलका, चम्बा-पनेला, चम्बा-मैहला, चम्बा-बाट, चम्बा-रिंडा, चम्बा-खजियार, चम्बा-जोत-चुवाड़ी, डल्हौजी-बलेरा व चुवाड़ी-सिहुंता सहित अन्य मार्ग शामिल रहे। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता डीएस पठानिया ने कहा कि विभाग ने आधे से ज्यादा बंद पड़े मार्गों को शनिवार शाम तक खोल दिया है। उधर, एनएच के अधिशासी अभियंता शेखरी का कहना है कि देर शाम तक भरमौर-चम्बा-पठानकोट एनएच मार्ग को फिर से आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के तहत देहर पुल के समीप शनिवार को सुबह ही कांगड़ा-सिहुंता चम्बा मार्ग बंद रहा, जिसे कुछ घंटों में विभाग ने बहाल कर दिया इसके अलावा इसी मार्ग का भाग लाहड़ू के समीप भू-स्खलन के साथ प्रभावित हुआ। समोट ददरियाड़ा सड़क भी भू-स्खलन के कारण बंद हुई है।

20 भेड़-बकरियां बाढ़ में बहीं

भटियात की सुरपडा पंचायत में हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ की चपेट में एक गऊशाला के आने से 20 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। जानकारी शुक्रवार की रात को मूसलाधार बारिश से बरसाती नाले ने रौद्र रूप धारण कर लिया तथा नाले के समीप बनी गऊशाला को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें फौजी राम पुत्र चंद राम निवासी गांव नालटू ग्राम पंचायत सुरपडा की 20 भेड़-बकरियां बाढ़ की चपेट में आने से मर गईं। गऊशाला में कुल 24 भेड़-बकरियां थीं, जिसमें 4 जीवित मिल गई हैं जबकि 19 बकरियां व 1 भेड़ इस बाढ़ की चपेट में आ गईं हैं। इस बारे सूचना मिलने पर प्रधान ग्राम पंचायत सुरपडा रूमला देवी व पूर्व प्रधान पवन कुमार ने घटना स्थल का जायजा लिया। सिहुंता पुलिस चौकी के प्रभारी सुरजीत गुलेरिया व स्थानीय पटवारी ने भी मौके पर पहुंचकर मौके का मुआयना किया।

बाट पंचायत में भू-स्खलन की जद्द में आए 3 मकान

उधर, चम्बा उपमंडल के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत बाट में भारी बारिश के कारण 3 मकान भू-स्खलन की जद्द में आ गए, जिनमें से 2 मकान मलबे में पूरी तरह से दब गए तो तीसरे में दरारें आ गईं। जानकारी के अनुसार जब यह घटना घटी तो इस दौरान एक मकान में मीना पत्नी राकेश कुमार व उनकी बेटी भी थी। दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तथा उन्हें सुरक्षित रसोईघर से बाहर निकाला। इस दौरान मीना को मामूली चोट भी आई। तीनों मकानों में रहने वाले परिवारों ने भागकर जान बचाई तथा अपने रिश्तेदारों के घरों में आश्रय लिया। वहीं मौके पर पंचायत प्रधान निको देवी ने मुआयना किया तथा नुक्सान की जानकारी राजस्व विभाग को दी।

कूंर पंचायत के बेही गांव में एक मकान करवाया खाली

वहीं एसडीएम चम्बा दीप्ति मंडोत्रा ने बताया कि चम्बा उपमंडल के दायरे में आने वाली पंचायत कूंर के गांव बेही में एक मकान के समीप भू-स्खलन होने की वजह से उक्त मकान को खतरा पैदा हो गया है जिसके चलते उक्त मकान में रहने वाले 3 परिवारों को मकान खाली करने के लिए कहा गया, साथ ही उक्त गांव पर प्रशासन ने अपनी नजर रखी हुई है। उन्होंने कहा कि सुफल पुत्र गुरिया को अपने घर को जरूरी सामान निकाल कर घर को खाली करने के लिए कह दिया है। उन्होंने कहा कि उक्त घर के पास वाली जमीन धीरे-धीरे भू-स्खलन की जद्द में आ रही है।

बारिश ने स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ को रोका

शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल तेलका में शनिवार को शुरू होने वाली अंडर-19 स्कूली छात्रा वर्ग की खेलकूद प्रतियोगिता बारिश की वजह से शुरू नहीं हो पाई। चुराह जोन की इस स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता में तीसा व सलूणी उपमंडल के दायरे में आने वाले 27 स्कूलों के खिलाड़ी भाग लेंगे। 22 स्कूलों की 246 छात्राएं शुक्रवार शाम को ही तेलका पहुंच गईं थीं और तीसा के 5 दुर्गम स्कूलों की छात्राएं शनिवार को पहुंचने वाली थी लेकिन बारिश होने व चम्बा-तीसा मार्ग बंद होने की वजह से वे नहीं पहुंच पाईं जिसके चलते यह खेलकूद प्रतियोगिता शनिवार को शुरू नहीं हो पाई। अब मौसम के रुख पर ही इस स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ निर्भर है।

भू-स्खलन की चपेट में आने से बाल-बाल बचे स्कूली बच्चे

उधर, भटियात क्षेत्र के दायरे में आने वाली पंचायत नैनीखड्ड के राजकीय माध्यमिक पाठशाला केहलू में जाने वाले रास्ते पर भारी बारिश के चलते शनिवार सुबह अचानक भू-स्खलन हो गया, जिसके चलते भारी मात्रा में मलबा रास्ते पर आ गया। यह हादसा तब हुआ जब स्कूली बच्चे वहां बसे गुजर रहें थे। गनीमत यह रही कि बच्चों को किसी प्रकार का जानी नुक्सान नहीं पहुंचा।

पत्थरों की चपेट में आकर 2 मणिमहेश यात्री घायल

वहीं शनिवार को बारिश के बीच मणिमहेश जा रहे पंजाब के 2 यात्री तुनुहट्टी व दुनेरा के बीच आते केरू घार नामक स्थान पर पत्थरों की चपेट में आकर घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब वे दोनों बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। इस दौरान मौके पर मौजूद स्नेह कुमार निवासी रोणी व अंकु निवासी जंद्राह ने उन दोनों युवकों को पंजाब में उपचार के लिए ले जाने की व्यवस्था की। वहीं घटना की सूचना मिलते ही जिला पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन घायलों को पंजाब में ले जाने के चलते पुलिस को उनके बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस अपने स्तर पर उनका पता लगाने में जुट गई है। उधर, उनके साथ आए अन्य साथी भी वापस लौट गए हैं।

बारिश की भेंट चढ़ी गुऊशाला

विकास खंड सलूणी की ग्राम पंचायत नड्डल के डुगली गांव में एक गऊशाला भारी बारिश की भेंट चढ़ गई। इस घटना में 4 मवेशी दब कर मर गए। प्रभावित पशुपालक ङ्क्षबद्रों राम पुत्र संतराम निवासी गांव डुगली की लकड़ी व मिट्टी से बनी पशुशाला की छत बारिश की मार को नहीं झेल पाई। यह गऊशाला ध्वस्त हो गई। घटना की सूचना मिलने पर नड्डल पंचायत प्रधान तिलक राज ने घटना स्थल का मौका किया और प्रभावित व्यक्ति को जल्द आर्थिक राहत राशि जारी करने की उपमंडल प्रशासन से मांग की। इस घटना की नायब तहसीलदार भलेई पुरुषोत्तम सिंह ने पुष्टि की है।

Vijay