IGMC के डाक्टरों का कारनामा, हार्ट मरीज को 70 हजार न देने पर बिना ऑप्रेशन वापस भेज दिया

Sunday, Oct 14, 2018 - 12:51 PM (IST)

शिमला : आई.जी.एम.सी. में डाक्टरों की तानाशाही मरीजों पर भारी पड़ती जा रही है। ऐसा मामला आई.जी.एम.सी. में तब सामने आया जब लालपानी के रहने वाले 46 वर्षीय पवन कुमार को डाक्टर ने ऑप्रेशन थिएटर से बिना ऑप्रेशन किए वापस भेज दिया। पवन का आरोप है कि हार्ट की बीमारी के चलते वह कॉर्डियोलॉजी में डाक्टर से अपना उपचार करवा रहा था। डाक्टर ने उन्हें बताया कि आपका ऑप्रेशन होना है और हार्ट में स्टेंट डलनी है।

डाक्टर ने पवन से पूछा कि अगर आपके पास राष्ट्रीय सुरक्षा बीमा योजना यानी (आर.एस.बी.आई.) का कार्ड है तो आपका ऑप्रेशन नि:शुल्क होगा। पवन ने भी डाक्टर से कहा कि उनके पास आर.एस.बी.वाई. का कार्ड है, ऐसे में डाक्टर भी ऑप्रेशन करने को तैयार हो गए। शुक्रवार को पवन का ऑप्रेशन होना था। पवन को ऑप्रेशन करने के लिए वर्दी भी पहना दी गई और ऑप्रेशन थिएटर में ऑप्रेशन करने के लिए ले गए लेकिन थिएटर के अंदर डाक्टर ने पवन से 70,000 रुपए मांगे। पवन ने जब डाक्टर से पूछा कि 70,000 रुपए किस बात के देने हैं। डाक्टर ने कहा कि आपके हार्ट में स्टेंट डलनी है। पवन ने कहा कि मेरे पास स्वास्थ्य कार्ड है।

डाक्टर ने साफ शब्दों में कहा कि अगर पैसे देने हैं तो ऑप्रेशन हो जाएगा वरना आप थिएटर से बाहर चले जाओ। ऐसे में पवन को थिएटर से बाहर आना पड़ा और वह बिना ऑप्रेशन करवाए घर वापस लौट गया। यहां पर सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जब डाक्टर ने स्वास्थ्य कार्ड पर ऑप्रेशन करने को कहा था तो क्यों नहीं किया। यहां तक कार्ड पर तो स्टेंट भी नि:शुल्क मिलती है। फिर डाक्टर किस बात के पैसे मांग रहे हैं। पवन ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस मामले पर कार्रवाई करके सच्चाई को सामने लाया जाए।

कार्ड पर एंजियोग्राफी भी नहीं हुई 
पवन कुमार ने आई.जी.एम.सी. से पहले कार्ड पर दवाइयां भी लीं और कार्ड पर ईको टैस्ट भी करवाया। जब डाक्टर ने उन्हें एंजियोग्राफी करवाने को कहा तो स्वास्थ्य कार्ड पर उनकी एंजियोग्राफी भी नहीं की। डाक्टर को जब इसके बारे भी पवन ने अवगत करवाया तो डाक्टर ने कहा की पहले ऑप्रेशन करते हैं उसके बाद एंजियोग्राफी की 
जाएगी। ऐसे में पवन कुमार भी ऑप्रेशन के लिए तैयार हो गया था। 

kirti