कमजोर हो रहे हिमाचलियों के दिल, IGMC के आंकड़े कर देंगे हैरान

Friday, Jun 22, 2018 - 08:03 PM (IST)

शिमला: लगता है हिमाचलियों के दिल कमजोर हो रहे हैं। इस बात कि तसदीक प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों के आंकड़े कर रहे हैं। हिमाचल में दिल की बीमारी के मरीजों में कमी नहीं बल्कि दिन-प्रतिदिन बढ़ौतरी हो रही है। प्रदेशभर से दिल की बीमारी से 200 के करीब मरीज एक माह के अंदर आई.जी.एम.सी. में अपना इलाज करवाने आ रहे हैं। यह एक चेतावनी है। हिमाचल जैसे शांत व प्रदूषण मुक्त राज्य में दिल की बीमारी का बढऩा चिंता का विषय है। प्राय: दिल की बीमारी शहरों की तनाव भरी जिंदगी व गलत खानपान से होती है। कुछ मामलों में जन्मजात व अन्य कारण भी हो सकते हैं।


अस्वस्थ डाइट व तम्बाकू के सेवन से बढ़ रही बीमारी
चिकित्सकों के अनुसार अस्वस्थ डाइट व तम्बाकू के सेवन से 60 साल तक के लोग दिल की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, वहीं भारी भोजन से होने वाला मोटापा भी इस बीमारी को न्यौता दे रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि कालेज में पढ़ने वाले छात्र भी दिल की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। युवा आबादी तेजी से हृदय की बीमारियों की ओर एक खतरनाक दर से बढ़ रही है। अगर समय रहते इस बीमारी पर काबू नहीं पाया गया तो यह बीमारी लोगों की मौत का कारण बन सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने हार्ट सर्जरी को सुरक्षित बना दिया है और अब मृत्यु का खतरा घट कर सिर्फ  25 फीसदी रह गया है। सही निदान और समय रहते सर्जरी होने से जानें बचाई जा सकती हैं।


हार्ट सर्जरी से न डरें लोग
इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को हार्ट सर्जरी के नाम से नहीं डरना चाहिए क्योंकि  इसमें होने वाले खतरे काफी हद तक कम हो गए हैं। अब स्किल्स बेहतर हो गई है और तकनीक बहुत एडवांस्ड है। डाक्टर्स, काॢडयोलॉजिस्ट, कॉॢडयक सर्जन, फिजिशियन और बाकी स्पैशलिस्ट मरीज पर एक टीम की तरह काम करते हैं। बीटिंंग हार्ट सर्जरी, मिनिमली इन्वैसिव सर्जरी व रोबोटिक सर्जरी जैसी एडवांस्ड तकनीक और आर्टीफिशियल हार्ट की उपलब्धता ने रिस्क और भी कम कर दिया है। इसलिए किसी को भी हार्ट सर्जरी से नहीं डरना चाहिए।


दिल की बीमारी से बचने को करें ये काम
आई.जी.एम.सी. के कार्डियोलॉजी विभाग के एच.ओ.डी. पी.सी. नेगी ने कहा कि लोगों को सुबह के समय में जल्द ही जागना चाहिए और रोजाना व्यायाम करना चाहिए, वहीं हैवी भोजन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जितनी शरीर में क्षमता हो, उसके अनुसार ही भोजन लेना चाहिए। ऑयल का कम प्रयोग करना चाहिए। दिल की बीमारी से बचने के लिए योगा जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति योगा करता है तो दिल की आधे से ज्यादा बीमारी दूर हो जाती है। जो लोग इस बीमारी से ग्रस्त हो चुके हैं, उन्हें फल अधिक खिलाएं।

Vijay