सुधीर ने राज्यपाल से की मांग, बोले-HC के सिटिंग जज से करवाई जाए स्वास्थ्य घोटाले की जांच

Wednesday, Jun 10, 2020 - 06:37 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): स्वास्थ्य विभाग में कथित घोटाले को लेकर जिला कांगड़ा में कांग्रेस ने जयराम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व कांग्रेस मंत्री जीएस बाली के बाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग में हुए लेन-देन प्रकरण की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग प्रदेश के राज्यपाल से की है। उन्होंने पूर्व संसदीय सचिव जगजीवन पाल और पूर्व विधायक यादवेंद्र गोमा सहित अन्य पार्टी नेताओं के साथ पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल है। घोटाला स्वास्थ्य विभाग में हुआ परंतु इस्तीफा भाजपा अध्यक्ष ने दिया। सरकार रोजाना अपने निर्णय बदल रही है, जिससे जनता में असमंजस की स्थिति है।

स्वास्थ्य विभाग में लंबे अरसे से चल रहा धांधलियों का खेल

पूर्व संसदीय सचिव जगजीवन पाल ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग में लंबे अरसे से धांधलियों का खेल चल रहा है। अस्पतालों में घटिया किस्म की दवाइयों की आपूर्ति के चलते इन्हें वापस लौटना पड़ा। उस समय भी विभाग में यही आरोपी डायरैक्टर थे। उन्होंने कहा कि गड़बडिय़ों के चलते ही पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को मंत्री पद से हटाया गया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कोरोना संकट समाप्त होने के बाद विपक्ष जनता को साथ लेकर सड़क पर उतरेगा।

कांगड़ा से बड़े प्रोजैक्ट छीने

पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने सबसे बड़े जिला कांगड़ा की जमकर अनदेखी करते हुए कई बड़े प्रोजैक्ट से बाहर कर दिया। 3200 करोड़ के ब्रिक्स प्रोजैक्ट से कांगड़ा का नाम हटा दिया गया। मिड हिमालय प्रोजैक्ट कांगड़ा से छीन कर अन्य जिले को दे दिया। हॉर्टीकल्चर प्रोजैक्ट से भी कांगड़ा को बाहर कर दिया। जिले को जलजीवन मिशन में ही शामिल नहीं किया गया है। एडीबी ने भी 2100 करोड़ के प्रोजैक्ट को वापस लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सुधीर ने कहा कि सरकार धर्मशाला को शीतकालीन राजधानी की नोटिफिकेशन को लेकर भी अपना स्टैंड साफ करे।

Vijay