Injection लगते ही 15 बच्चों व 3 महिलाओं की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मची अफरा-तफरी

Thursday, Mar 01, 2018 - 07:24 PM (IST)

सरकाघाट (नीरज शर्मा): नागरिक अस्पताल सरकाघाट के इंडोर वार्डों में प्रात:काल विभाग द्वारा सप्लाई किए गए इंजैक्शन से 15 बच्चों और तीन महिलाओं को रिएक्शन होने से कोहराम मच गया और आसपास की दुकानों से लेकर बाजार तक के लोग अस्पताल में आकर अपने परिजनों का कुशलक्षेम पूछने के लिए दौड़ पड़े। अस्पताल में 2 दिनों का अवकाश होने के कारण केवल एक चिकित्सक ड्यूटी पर था और रोजमर्रा की तरह स्टाफ नर्सें अस्पताल में दाखिल मरीजों को निर्धारित समय पर इंजैक्शन लगा रहीं थीं। जिस भी बच्चे को इंजैक्शन लगता उसे तत्काल ही बड़े जोर की कंपकंपी छुटने लगी और शरीर का तापमान एकदम उच्चतम शिखर तक पंहुचने लगा। इस दौरान 15 बच्चों और 3 महिलाओं को इंजैक्शन लगा दिए गए थे और सभी की हालत खराब हो रही थी।

इंजैक्शन की गुणवत्ता पर उठने लगे सवाल
जब इतने सारे लोगों को रिएक्शन हो गया तो अस्पताल में कोहराम मच गया और विभाग द्वारा आपूर्ति किए गए इंजैक्शन की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने अस्पताल के चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से अस्पताल बुलाया और फिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डा. देशराज शर्मा को भी सारी स्थिति से अवगत कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उसी समय ड्रग्स इंस्पैक्टर को मंडी से सरकाघाट के लिए इंजैक्शन की गुणवत्ता को जांचने और विभाग द्वारा आपूर्ति की गई दवाओं बारे पूरी रिपोर्ट देने को कहा।

इन बच्चों व महिलओं की बिगड़ी तबीयत
जिन बच्चों को रिएक्शन हुआ उनमें विनय कुमार (14) गांव तालाब, हिमांशु (4) गांव सरौरी, आदित्य (8 माह), लक्ष्मी देवी (4) गांव कलथर, कृतिका (8 माह) गांव टिक्कर, संदीप (14) कमलाह, आशा (5) गांव दलोली, शिवन्या (1) गांव नाल्ता, संचित ठाकुर (7) वर्ष गांव लालाना, वंश (2) तरकवाड़ी हमीरपुर, निशान्त (12) गांव झंजैल, आरव (5) नेरी लांगना, लवली (3) गांव जमसाई, मोनिका (9) गांव गरौडू, स्वर्णिम (2) चन्जयार। महिलाओं में ज्ञानो देवी (70), इंद्री देवी (64) संदोआ और कारजु गांव कुठेड़ शामिल हैं। 

इंजैक्शन का सारा स्टॉक सील
अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. पी.एल. वर्मा ने बताया कि इंजैक्शन के सारे स्टॉक को सील करके निरीक्षण के लिए रख लिया गया है और लगाए गए विभिन्न इंजैक्शन के सारे उपकरणों को भी सील कर के जांच के लिए तैयार कर दिया है। सभी प्रभावित बच्चों और महिलाओं को खतरे से बाहर बताया गया है। इधर जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। मामले की पूरी जांच शुरू कर दी गई है।