कांग्रेस नेतृत्वहीन पार्टी, जल्द सामने आएंगे पत्र जारी करने वाले : विपिन परमार

punjabkesari.in Friday, Sep 20, 2019 - 11:25 PM (IST)

पालमपुर (मुनीष दीक्षित): स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार का कहना है कि जिस पत्र बम का जिक्र किया जा रहा है, उसमें लगाए गए आरोपों की सच्चाई व सबूत भी पत्र जारी करने वालों को सामने रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है और पत्र जारी करने वालों के नाम जल्द सामने आ जाएंगे। उसके साथ ही आरोपों की सच्चाई बारे भी पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है। ऐसी बातों को केवल बिना वजह कुछ लोग तूल देते हैं। लोकसभा चुनाव की तरह धर्मशाला व पच्छाद उपचुनावों में भी पार्टी जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दिशाहीन, नेतृत्वहीन, विचारहीन, मुद्दाहीन पार्टी है तो खुद ही समझा जा सकता है कि इस पार्टी की दिशा-दशा क्या होग, ऐसे में कांग्रेस के बारे में बात नहीं करूंगा।

गुर्दा प्रत्यारोपण आयुष्मान व हिमकेयर में शामिल नहीं

सुलह में पंजाब केसरी से बातचीत में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा को सरकार में आए हुए पौने 2 साल होने जा रहे हैं। मैं जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि स्वास्थ्य विभाग या आयुर्वेद विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता उनके घर-द्वार पर पहुंचकर की। उन्होंने कहा कि आयुष्मान की तर्ज पर हिमकेयर योजना हिमाचल में काम कर रही है और लगभग 1800 बीमारियों का इलाज हिमकेयर योजना में होता है। 12 अगस्त को गुर्दा प्रत्यारोपण हिमाचल में शुरू किया गया। ये आयुष्मान व हिमकेयर में शामिल नहीं है। इसको भारत सरकार के स्वास्थ मंत्रालय के समक्ष उठाया है कि इसको भी इसमें शामिल किया जाए। उम्मीद है इसे स्वीकृति मिल जाएगी।

मिनी सचिवालय में मंत्रियों के बैठने को लेकर सरकार से करेंगे चर्चा

मिनी सचिवालय धर्मशाला में अब मंत्री नहीं बैठते हैं। इस संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैं प्रदेश के विभिन्न इलाकों में जाता हूं, लोगों की समस्याएं सुनता हूं। यदि मिनी सचिवालय में बैठकर लोगों की समस्याएं हल हो सकती हैं तो इस दिशा में भी सरकार से चर्चा करेंगे जबकि धर्मशाला उपचुनाव के लिए संगठन जो भी जिम्मेदारी देगा, उसे स्वीकार करेंगे।

टांडा अस्पाल में जल्द शुरू होगा डायलिसिस यूनिट

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टांडा अस्पताल में व्यवस्था सुधारी गई है जहां तक नए मैडीकल कॉलेजों में टांडा व शिमला से स्टाफ  भेजने की बात है, तो कहीं भी जब भी नए कॉलेज खुलते हैं, तो पहले से ही स्थापित कॉलेजों से उन्हें सहारा दिया जाता है। जब नए डॉक्टर आने शुरू हो जाएंगे, तो व्यवस्था सामान्य हो जाएगी। टांडा अस्पताल में डायलिसिस यूनिट को जल्द से जल्द शुरू करवा दिया जाएगा। चिकित्सा का क्षेत्र व्यापक है, कुछ चिकित्सक बाहर चले जाते हैं। इसके लिए हमने बांड सिस्टम शुरू किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैं मानता हूं कि स्वास्थ्य संस्थानों में डाक्टरों की कमी है। जिस अनुपात में यह कमी है उस कमी को पूरा किया जा रहा है। आने वाले समय में जब 6 मैडीकल कॉलेजों और एक प्राइवेट सैक्टर के कॉलेज से साढ़े 750 के करीब डॉक्टर पास होकर निकला करेंगे, तो यह कमी पूरी हो जाएगी।

हिमाचल में आयुर्वैदिक का बड़ा संस्थान खुलेगा

स्वास्थ्य मंत्री कहा कि हिमाचल में एक बड़ा आयुर्वेद का संस्थान खोलने की दिशा में हमने प्रारंभिक काम किया है, एक प्रारूप भी तैयार किया है। भारत सरकार के आयुष्मान मंत्रालय के पास प्रतिवेदन भी भेजा है। खुद मुख्यमंत्री ने भारत सरकार से बातचीत भी की है। एक बड़ा प्रोजैक्ट आगे बढ़े, इसके लिए काम हो रहा है। पपरोला में काफी जगह है, ऐसे में उम्मीद है कि जल्द कुछ नया होगा। वहीं, मनाली में हुई प्री-इन्वैस्टर मीट में आयुष और आयुर्वैदिक सैक्टर से कई लोग आए थे। कुछ एम.ओ.यू. साइन हुए हैं। हैल्थ टूरिज्म की दृष्टि से हिमाचल में कई बड़े प्रोजैक्ट शुरू होने जा रहे हैं।

ट्रस्ट प्रस्ताव दे तो हो सकता है विवेकानंद अस्पताल का अधिग्रहण

विवेकानंद मैडीकल संस्थान के अधिग्रहण की चर्चाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी ऐसा कुछ नहीं है लेकिन यदि वहां का ट्रस्ट कभी ऐसा कोई प्रस्ताव लाता है तो सरकार अवश्य मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद अधिग्रहण पर विचार कर सकती है।


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Vijay

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