बीबीएन में कम कोराेना सैंपलिंग का स्वास्थ्य मंत्री ने लिया कड़ा संज्ञान

punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2020 - 05:54 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक बीबीएन में कोराेना सैंपलिंग का कड़ा संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को बीबीएन में सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में पिछले एक महीने से कोराना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन दूसरी ओर प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में कोराना के मामले कम हो रहे हैं। इसे देखते स्वास्थ्य विभाग से बीबीएन मॉडल को प्रदेश में लागू करने की मांग उठनी शुरू हो गई थी ताकि प्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सके। प्रदेश की सबसे बड़ी औद्योगिक नगरी बद्दी में पिछले दो सप्ताह में केवल 133 रेपिड एंटीजन टेस्ट हुए है जबकि पिछले एक सप्ताह में पूरे जिला में 1156 टेस्ट हुए हैं। 

सामुदायिक अस्पताल बद्दी व ईएसआई अस्पताल काठा में रेपिड एंटिजन की व्यवस्था की गई है। हैरानी की बात यह है कि ईएसआई अस्पताल काठा में 14 अक्तूबर से 18 अक्तूबर तक एक भी रेपिड एंटिजन टेस्ट नहीं हुआ है जबकि 12 अक्तूबर 8 व 13 अक्तूबर को केवल 6 सैंपल लिए गए थे। इसी तरह सामुदायिक अस्पताल बद्दी में 12 अक्तूबर को 16 सैंपल, 13 अक्तूबर को 15 सैंपल, 14 अक्तूबर को 9 सैंपल, 15 अक्तूबर को कोई सैंपल नहीं, 16 अक्तूबर को 2 सैंपल, 17 अक्तूबर को 7  सैंपल, 18 अक्तूबर को बद्दी में एक भी सैंपल नहीं लिया, 19 अक्तूबर में 10 सैंपल, 20 अक्तूबर में 20 सैंपल, 21 अक्तूबर को 7 सैंपल, 22 अक्तूबर 3 सैंपल, 23 अक्तूबर  को 17 सैंपल तथा 24 अक्तूबर को बद्दी में एंटीजन में 13 सैंपल लिए गए। 

इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री ने विशेष बातचीत में बताया कि प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में सैंपलिंग को बढ़ाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन को इस बारे निर्देश जारी किए हैं। बीबीएन में स्थापित उद्योगों में भी सैंपलिंग को बढ़ाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग के बीबीएन में हो रही सैंपलिंग के आंकड़ों से संतुष्ट नजर नहीं आए। उन्होंने एक सवाल के जबाव में बताया कि नवम्बर माह से पूर्व प्रदेश में कोरोना का ग्राफ लगातार कम हो रहा था लेकिन नवम्बर माह में एकदम बढ़ गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोराना के मामले बढऩे का सबसे बड़ा कारण लापरवाही बताया है। मास्क व सामाजिक दूरी के नियमों को पालन नहीं किया जा रहा था, जिसके कारण कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो गई।

एक अन्य सवाल के जबाव में उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें कोरोना रोगी की मृत्यू होने पर अस्पताल से उनके पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए समय पर एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो रही है। चालक एम्बुलेंस को चलाने के लिए तैयार नहीं हो रहे है।इस स्थिति से निपटने के लिए सोलन जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की है और इस एम्बुलेंस से होमगार्ड के जवान चालक होंगे।

विदित रहे कि एमएमयू में मंगलवार को कंडाघाट के एक बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई थी लेकिन उनके परिजनों को पूरा दिन एम्बुलेंस के लिए इंतजार करना पड़ा। यह मौत सुबह हो गई थी लेकिन एम्बुलेंस की व्यवस्था शाम तक हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले का भी संज्ञान लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना पर जल्द नियंत्रण पाया जाएगा। लोगों से आग्रह है कि सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ-साथ मास्क का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुबारा से लॉकडाउन लगाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।


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Naresh Pal

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