डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर टूटी सरकार की नींद, स्वास्थ्य मंत्री ने मांगी रिपोर्ट

Wednesday, Oct 10, 2018 - 11:23 PM (IST)

शिमला: डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर अब सरकार नींद से जाग गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू की अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि राज्य में डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हरसंभव तैयारी की है। इस संबंध में राज्य के सभी जिलों से नित्य प्रति रिपोर्ट प्राप्त की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू बीमारी के संबंध में बुधवार को अधिकारियों से विचार-विमर्श किया। मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही है और उन्होंने आम जनमानस से इसकी अनुपालना करने की अपील की है।

वैक्टर नियंत्रण, फोगिंग स्प्रे के लिए दिए विभाग को निर्देश
उन्होंने कहा कि विभाग जिला, खंड व पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ आवश्यक तालमेल बनाए हुए है ताकि किसी भी मामले की शीघ्र रिपोर्टिग हो और समय पर उपचार हो सके। उन्होंने कहा कि बचाव व रोकथाम के उपाय अपनाए जा रहे हैं। वैक्टर नियंत्रण, फोगिंग स्प्रे के लिए विभाग को निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को लोगों को जागरूक बनाने के लिए और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रदेश में अब तक 3,763 मामले पॉजीटिव
स्वास्थ्य निदेशक ने अवगत करवाया कि राज्य में कुल 3,763 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं और 4 लोगों की मृत्यु हुई है। सोलन और बिलासपुर जिलों में अधिक मामले हैं। उन्होंने कहा कि बीमारी की सभी दवाइयां उपलब्ध हैं और समय पर उपचार करने से रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता है। गौर रहे कि डेंगू से हाल ही में भाजपा नेता की मौत तक हो गई है, ऐसे में विभाग भी उसके बाद अब जाग गया है। डेंगू से 4 मौतें हो चुकी हैं। जिन लोगों की मौत हुई है उनमें डेंगू के साथ अन्य और बीमारियां भी थीं। ये मौतें सोलन, सिरमौर, शिमला और मंडी में हुई हैं।

ये हैं डेंगू के लक्षण
डेंगू लक्षण तेज बुखार, मांस पेशियों एवं जोड़ों में भयंकर दर्द, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना, उल्टी-दस्त तथा त्वचा पर लाल रंग के दाने इत्यादि होना हैं। मरीज की स्थिति गंभीर होने पर प्लेट लेट्स की संख्या तेजी से कम होने से नाक, कान, मुंह या अन्य अंगों से रक्तस्राव शुरू हो जाता है, रक्तचाप काफी कम हो जाती है। यदि समय पर उचित चिकित्सा न मिले तो रोगी कोमा में चला जाता है। उपरोक्त लक्षणों के संबंध में यह बात ध्यान रखने योग्य है कि बहुत से अन्य रोगों एवं अन्य बुखार आदि के लक्षण भी डेंगू से मिलते-जुलते हो सकते हैं और कभी-कभी रोगी में बुखार के साथ सिर्फ 1 व 2 लक्षण होने पर भी डेंगू पॉजीटिव हो सकता है। इसलिए सभी लक्षणों के प्रकट होने का इंतजार नहीं करना चाहिए।

बुखार 1 व 2 दिन में ठीक न हो तो तुरंत जाएं डाक्टर के पास
यदि बुखार 1 व 2 दिन में ठीक न हो तो तुरंत डाक्टर के पास जाकर चैकअप करवाना चाहिए क्योंकि कोई भी बुखार डेंगू हो सकता है। हिमाचल में डेंगू की अगर बात की जाए तो आए दिन मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में अगर किसी को इसके लक्षण दिखें तो वह अस्पताल आए।

Vijay