Shimla का नाम बदलने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने दिया बड़ा बयान, पढ़ें खबर

Thursday, Oct 18, 2018 - 05:43 PM (IST)

शिमला:  देश में एक बार फिर शहरों के नाम बदलने को लेकर सियासत शुरू हो गई है, जिसका असर अब पहाड़ों की रानी शिमला में भी देखने को मिल रहा है। क्या शिमला का नाम श्यामला होना चाहिए या नहीं? इस पर हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने अहम बयान दिया है। शिमला में गुुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया के सवाल पर कहा कि यह चर्चा का विषय है, लेकिन अगर श्यामला से शहर का नाम शिमला हो सकता है तो फिर शिमला से श्यामला क्यों नहीं?

योगी सरकार ने बदला इलाहाबाद का नाम
बता दें कि यू.पी. की योगी सरकार ने हाल ही में इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया है। इसके बाद शहरों का नाम बदलने को लेकर सियासत हो रही है। हिमाचल की भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि देश में लोग ऐसे मुद्दों को लेकर आगे आ रहे हैं। ऐसे विषयों पर चर्चा भी कर रहे हैं, जहां तक बात रही शिमला की तो अगर श्यामला का नाम शिमला हो सकता है तो शिमला का नाम श्यामला क्यों नहीं हो सकता। हालांकि ये चर्चा का विषय है। इसके लिए कोई हार्ड एंड फास्ट रूल नहीं है।

शिमला का पुराना नाम ‘श्यामला’
बता दें कि शिमला का पुराना नाम श्यमाला था। शिमला के कालीबाड़ी मंदिर को पहले श्यामला माता के नाम से जाना जाता था। इसे लेकर ही इस शहर का नाम श्यामला हुआ करता था। बाद में मंदिर का नाम कालीबाड़ी और शहर का नाम शिमला कर दिया गया।

अंग्रेजों ने बसाया था शहर, नाम रखा था ‘सिमला’
जब अंग्रेज पहाड़ों की रानी शिमला आए तो उन्होंने इसका नाम ‘सिमला’ कर दिया जो बाद में शिमला हो गया। अंग्रेजों ने वर्ष 1864 में इस शहर को बसाया था। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकाल में विहिप ने सरकार को शिमला का नाम बदलने को लेकर एक मेमोरेंडम भी सौंपा था।

Vijay