स्वास्थ्य विभाग को पटरी पर लाने का खाका तैयार, भरे जाएंगे 1900 पद

Sunday, Jan 07, 2018 - 09:34 AM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग को पटरी पर लाने का खाका तैयार हो गया है। इसके तहत शुरूआती चरण में विभिन्न श्रेणियों के 1900 पद भरने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इनमें अधिकतर पद सीधी भर्ती से लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे। इनमें स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत मैडीकल ऑफिसर के 100 पद, आयुर्वेद चिकित्सकों के 200, रेडियोग्राफर के 135, ऑप्रेशन थिएटर असिस्टैंट के 130 पद, लैब असिस्टैंट के 135, मैडीकल लैब असिस्टैंट के 463, फीमेल हैल्थ वर्कर के 250 तथा मेल हैल्थ वर्कर के 182 पद भरे जाएंगे। 


ये सभी पद सीधी भर्ती से लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे। इसके अलावा फार्मासिस्ट के 346 पद भरे जाने हैं। इनमें 50 फीसदी सीधी भर्ती से लोक सेवा आयोग के माध्यम से तथा शेष 50 फीसदी पदोन्नति कोटे से भरे जाएंगे। पहाड़ी प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों के तहत भारी संख्या में पद खाली हैं। विशेषकर जनजातीय, दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों में हालत और भी खराब हैं। कई ग्रामीण व दूरदराज के क्षेत्रों में जो चिकित्सा संस्थान बिना डाक्टर व पैरामैडीकल स्टाफ के चल रहे हैं। 


ऐसे में स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जिला अस्पताल, आई.जी.एम.सी. शिमला या फिर टांडा मैडीकल कॉलेज व अस्पताल का रुख करना पड़ता है। पूर्व सरकार ने भी इस समस्या को दूर करने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए। अब वर्तमान सरकार ने सत्ता में आते ही स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियों विशेषकर डॉक्टरों व पैरा मैडीकल स्टाफ के खाली पदों को भरने के लिए प्रयास शुरू किए हैं। बताया गया है कि उक्त पद भरने के लिए 4 से 5 माह का समय लग सकता है। इसके अलावा सरकार आर.के.एस. व आऊटसोर्स के माध्यम से भी रिक्त पदों को भरने की तैयारियों कर रही है। 


टांडा में होगी बाईपास सर्जरी 
टांडा मैडीकल कालेज व अस्पताल में जल्द ही बाईपास सर्जरी की सुविधा होगी। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में प्रदेश में आई.जी.एम.सी में बाईपास सर्जरी हो रही है। प्रदेश के लोगों को बाईपास सर्जरी के लिए या तो आई.जी.एम.सी. या फिर पी.जी.आई. चंडीगढ़ या बाहरी राज्यों के निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। टांडा में यह सुविधा शुरू होने से लोगों को प्रदेश से बाहर भी नहीं जाना पड़ेगा।


टांडा मैडीकल कॉलेज-अस्पताल का निरीक्षण करेंगे मंत्री
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार जल्द ही टांडा मैडीकल कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। गौरतलब है कि बीते दिन स्वास्थ्य मंत्री ने शिमला स्थित डी.डी.यू. अस्पताल का दौरा किया था।