कुल्लू के अति दुर्गम गांव वैक्सीनेशन के लिए 24 किलोमीटर चलकर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 11:11 PM (IST)
कुल्लू (दिलीप): जिला में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। डीसी आशुतोष गर्ग ने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में मोबाइल वैन के माध्यम से कलस्टर गांवों तक पहुंचने के निर्देश दिए हैं। उन्हीं के आदेशों के अनुरूप स्वास्थ्य विभाग की टीम बंजार उपमंडल के अति दुर्गम व सुदूर गांव शाक्टी-मरौड़ लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके पहुंची और बीते रोज रात को वापस लौटी। डीसी आशुतोष गर्ग ने बताया कि टेक चंद, एमएचएस के नेतृत्व में केहर सिंह व आशा वर्कर चिंता देवी ने 8 घंटे में 22 से 24 किलोमीटर पैदल दूरी तय करके शाक्टी-मरौेड़ पहुंचे। वहां सभी 40 लोगों को दूसरी डोज प्रदान की। आशुतोष गर्ग ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन की पहली डोज के लिये भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची थी।
उधर, वैक्सीनेशन के जिला नोडल अधिकारी डॉ. अतुल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अनेक टीमें वैक्सीनेशन के लिये गठित की हैं और जहां अधिक लोग अथवा घनी आबादी वाले क्षेत्र हैं, वहां टीमें पहुंच कर घर-द्वार लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज प्रदान कर रही हैं। उन्होंने आशा जाहिर की कि जिला दूसरी डोज के शत-प्रतिशत लक्ष्य को जल्द हासिल कर लेगा। हालांकि पहली डोज में जिला की वास्तविक आबादी से अधिक लोग थे जिनमें बहुत से प्रवासी मजदूर और सैलानियों को भी वैक्सीन की डोज प्रदान की गई थी। अब ये लोग जिला से बाहर जा चुके हैं और इनके सम्पर्क प्राप्त नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला में जो लोग दूसरी डोज अभी तक नहीं लगवा पाए हैं, उन्हें फोन करके सूचित किया जा रहा है और डोज लगवाने के लिए आग्रह किया जा रहा है। विभाग हर रोज हजारों लोगों को फोन कर रहा है और यह कार्य काफी समय खराब कर देता है।
डीसी आशुतोष गर्ग ने जिलावासियों से अपील की है कि जिन लोगों ने दूसरी डोज अभी तक नहीं लगवाई है, वह जल्द से एक-दो दिनों में इसे लगवा लें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहली डोज के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने वाला देश का प्रथम राज्य बना था और अब दूसरी डोज के लिये भी प्रथम राज्य बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला को प्रदेश में दूसरी डोज का लक्ष्य प्राप्त करने वाला पहला जिला बनाया जाएगा। इसके लिये उन्होंने लोगों के सहयोग और योगदान की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का तीसरा वेरियंट अनेक देशों में तेजी के साथ फैल रहा है और यह काफी खतरनाक बताया जा रहा है। इससे सुरक्षित रहने के लिये जरूरी है कि वैक्सीन की दोनों डोज व्यक्ति को लगी हों। इससे व्यक्ति में पर्याप्त एंटीबॉडीज बन जाती है और संक्रमण से जान को खतरा नहीं रहता।
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