अब सरकार पर नहीं भरोसा, स्वास्थ्य विभाग के घोटालों की सीटिंग न्यायधीशों के जरिए हो जांच : राणा

punjabkesari.in Monday, Jun 15, 2020 - 06:07 PM (IST)

हमीरपुर : बीजेपी की अजब सियासत का गजब खेल यह है कि जिस स्वास्थ्य विभाग पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, उन आरोपों की जिम्मेदारी उस विभाग में तो कोई लेने को  तैयार नहीं है, लेकिन बीजेपी संगठन के लोगों के त्याग पत्र के जरिए जनता को गुमराह करके लीपापोती का प्रयास हो रहा है। जबकि संगठन की स्वास्थ्य विभाग के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं है। यह बात कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने हमीरपुर में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कही है। यह प्रेस कांफ्रेंस प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आदेशों पर हमीरपुर में आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि कोरोना की आड़ में सरकार में हुए बेखौफ भ्रष्टाचार ने कोरोना को कमाई का धंधा बना कर रख दिया है। कोविड-19 के दौर में सरकार की नाक के नीचे सेनेटाइजर घोटाले को अंजाम दिया गया, जिसमें विभाग पर 50 रुपए का सेनेटाइजर 150 रुपए में खरीदने के आरोप लगे हैं। 

इसी तरह पीपीई किट व मास्क मामले में भी हुए भ्रष्टाचार ने कोरोना दौर को कमाई का धंधा बनाया। इससे पहले दवाई खरीद मामले में घोटाले के आरोप लगे हैं। उस मामले की जांच का क्या हुआ, कितने आरोपियों को सजा हुई, हुई की नहीं हुई इसका अभी तक कुछ अता पता नहीं है? इसके पहले हिमुडा में कौड़ियों की जमीनों को करोड़ों के भाव खरीद कर करोड़ों के घोटाले को अंजाम दिया गया। युनिवर्सिटी की फर्जी डिग्रियां, पटवारियों व पुलिस भर्ती घोटाले की सुर्खियों की स्याही अभी भी बीजेपी सरकार में हुए भ्रष्टाचार की दुहाई दे रही हैं। उन्होंने कहा कि जो बीजेपी विपक्ष में रहती हुई जीरो क्रप्शन टॉलरेंस का वादा करके सरकार में आई है, उसी बीजेपी के राज में निरंतर एक के बाद एक घोटाले हो रहे हैं और अब हद यह है कि विजिलेंस की जांच में भी लीपापोती करके इन भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने व छिपाने की कसरत जारी है। 
PunjabKesari
उन्होंने कहा कि जब कभी इतिहास लिखा जाएगा तो बीजेपी की इस सरकार को सबसे भ्रष्टाचारी सरकार करार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के लोग कभी कांगड़ा तो कभी शिमला में बैठकें करके अपनी ही सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में कटघरे में खड़े किए हुए है। वे बोले कि कांगड़ा में फूटा पत्र बम के आरोप अब जग जाहिर होने लगे हैं। प्रदेश के विकास को सरकार ने सिफर करके रख दिया है और अब सरकार व्यक्तिगत एजेंडे पर चलती हुई वर्चुअल रैलियां करने का फरमान जारी कर रही है। कोरोना काल में वर्चुअल रैलियां सिर्फ बीजेपी के सियासी हित से ज्यादा कुछ नहीं है। अगर बीजेपी को सच में ही जनता की चिंता होती तो वर्चुअल रैलियों पर फूंका जाने वाला करोड़ों रुपया जनता की मदद में खर्च होता। 

उन्होंने टिप्पणी करते हुए बताया कि 6 सालों में दुनिया की सबसे अमीर बनी बीजेपी के हाथ ऐसा कौन सा खजाना लग गया है, जिसने उसे मात्र 6 सालों में दुनिया की सबसे अमीर पार्टी बना डाला है? उन्होंने आरोप जड़ा कि विकास की बजाय भ्रष्टाचार में लगी बीजेपी पर से अब जनता का भरोसा उठ चुका है। भ्रष्टाचार के आरोपों में अगर बीजेपी के मुताबिक कोई सच्चाई नहीं है तो इन मामलों की जांच उच्च न्यायालयों के न्यायधीशों के सीटिंग बैंच से करवाई जाए, क्योंकि अब सरकारी नियंत्रण में पैरालाइज हो चुकी स्टेट की एजेंसियों पर न जनता को कोई भरोसा है, न ही कांग्रेस उस पर भरोसा कर रही है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र जार, कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पटियाल, सुजानपुर कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश के साथ अनेक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं की फौज मौजूद रही।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

prashant sharma

Recommended News

Related News