जब शहीद पिता की अर्थी को बेटी ने दिया कंधा, रो पड़ा पूरा गांव

Sunday, Dec 04, 2016 - 06:16 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): 14 डोगरा रैजीमैंट में हवलदार रोपड़ी निवासी टेक सिंह (40) पुत्र स्व. राम शरण सैनिक सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। सैनिकों के साथ पिता हवलदार टेक सिंह की विदाई यात्रा में उनकी 2 मासूम बेटियां भी शामिल हुईं। उनके पार्थिव शरीर को बड़ी बेटी अंजलि ने कंधा दिया और छोटी बेटी अंकिता ने पिता की शव यात्रा की अगुवाई की। इस दौरान वहां मौजूद गांव का हर व्यक्ति अपने आंसू नहीं रोक पाया।

हवलदार टेक सिंह का पार्थिव शरीर सुबह ही 14 डोगरा रैजीमैंट के जवानों ने सुंदरनगर के रोपड़ी पहुंचाया। उसके बाद कपाही पंचायत के रोपड़ी गांव में उनके पैतृक श्मशानघाट लुहाखर खड्ड के किनारे पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान 49 गोरखा रैजीमैंट के जेसीओ नायक सुबेदार लेक बहादुर की अगुवाई में 11 सैनिकों की टुकड़ी ने हवलदार टेक सिंह को सलामी दी। इस दौरान मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर, तहसीलदार वेद प्रकाश, एसआई मनमोहन सिंह ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 

हवलदार टेक सिंह को जिला भाजपा राकेश जम्वाल, कपाही प्रधान रतन चंद, उपप्रधान श्याम, अरठीं पंचायत के उपप्रधान महेंद्र सिंह, ओंकार चंदेल, धनश्याम ठाकुर, विनोद रावत, मस्त राम वर्मा व कर्म सिंह ठाकुर सहित आस पास के गावों से भारी संख्या में लोग अंतिम विदाई देने पहुंचे। हवलदार टेक सिंह की एकाएक हुई मौत से पूरा क्षेत्र गमगीन है। शहीद टेक सिंह अपने पीछे मां, पत्नी और 2 बेटियां अंकिता 11 वर्ष और अंजलि 16 वर्ष छोड़ गए हैं।

मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर ने रोपड़ी में लुहाखर खड्ड में श्मशानघाट के निर्माण के लिए आवश्यक धन राशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया, जिसके चलते स्थानीय वासी हरि सिंह, केसर सिंह, कुमार सिंह और ओंकार सिंह ने यहां पर श्मशानघाट निर्माण व अन्य प्रयोग के लिए स्वेच्छा से जरूरत की जमीन दान करने की पहल की है।