अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के चुनाव लटके, गुटबाजी फिर हावी

Friday, Nov 09, 2018 - 10:20 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की सरदारी को लेकर एक बार फिर गुटबाजी हावी हो गई है। इसके चलते राज्य कार्यकारिणी के चुनाव भी लटक गए हैं। पहले दावा किया जा रहा था कि कर्मचारी हितों के लिए सभी समानांतर गुटों के नेता एकजुट हो गए हैं लेकिन धरातल पर यह दावा अब खोखला साबित होता नजर आ रहा है, ऐसे में कर्मचारी भी असमंजस में हैं कि किसके साथ चलें और किसके साथ न चलें। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की सरदारी को लेकर 3 समानांतर गुट दौड़ में शामिल हैं। इनमें अश्विनी ठाकुर, एन.आर. ठाकुर और विनोद कुमार गुट शामिल हैं।

समानांतर गुटों में नहीं बन पा रही चुनाव को लेकर सहमति
बता दें कि बीते माह कर्मचारी नेताओं ने दावा किया था कि कर्मचारी हितों के लिए तीनों गुट एकजुट हो गए हैं और सभी आपसी वार्ता कर प्रदेश कार्यकारिणी की चुनावी तिथि तय करेंगे। इसके तहत प्रदेश एन.जी.ओ. सर्विस फैडरेशन ने 28 अक्तूबर को शिमला में एक अहम बैठक बुलाने की बात कही थी लेकिन बाद में यह बैठक रद्द कर दी गई। सूत्रों की मानें तो समानांतर गुटों में आपसी सहमति न बन पाने के कारण ही यह बैठक रद्द करनी पड़ी थी। इस बैठक में चुनावी तिथि तय करने के साथ ही कार्यकारिणी के स्वरूप की भी चर्चा होनी थी। कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष पद के लिए एन.आर. ठाकुर, अश्विनी शर्मा और विनोद कुमार के बीच मुकाबला हो सकता है।

अलग-अलग करवा चुके जिलों में चुनाव
समानांतर गुटों के नेता जिला स्तर पर अलग-अलग चुनाव करवा चुके हैं, ऐसे में प्रदेश के साथ जिला कार्यकारिणी में भी तालमेल बिठाना सरदारी की दौड़ में शामिल नेताओं को आसान नहीं होगा।

क्या बोले महासंघ की तदर्थ कमेटी के अध्यक्ष
महासंघ की तदर्थ कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार ने संपर्क करने पर बताया कि महासंघ के संविधान के मुताबिक ही राज्य कार्यकारिणी के चुनाव करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महासंघ के नाम पर निजी स्वार्थ का खेल नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अड़चन पैदा कर रहे हैं जिसका जवाब जल्द दिया जाएगा। विनोद कुमार ने कहा कि कर्मचारियों से जुड़ी मांगों को सी.एम. के समक्ष उठाया गया है।

Vijay