प्रभावित परिवार की मदद को उठे हाथ, प्रशासन ने किया मुआवजे का ऐलान

Friday, Feb 16, 2018 - 07:04 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): आर्थिक संसाधन न होने के बावजूद 3 बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान कर रहे योगराज की मदद में अनेक सामाजिक संगठन व कार्यकर्ता आगे आए हैं। पंजाब केसरी द्वारा मामला उठाए जाने के बाद प्रशासन ने भी चुप्पी तोड़ी है। बी.डी.ओ. अस्मिता ठाकुर, पर्यवेक्षक गुरप्यारी तथा जे.ई. अमनदीप शारदा ने मौके का मुआयना किया है। एस.डी.एम. ने योगराज के घर लगी आग से हुए नुक्सान के मुआवजे के तौर पर 10 हजार रुपए की राशि जारी करने का ऐलान किया है। तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस राशि का चैक तैयार कर दिया गया है। बी.डी.ओ. ने आश्वासन दिया है कि खत्म हो रहे वित्तीय वर्ष के साथ ही अप्रैल माह में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत योगराज को प्राथमिकता के आधार पर घर निर्माण के लिए राशि मुहैया करवाई जाएगी। योगराज का नाम अभी तक वेटिंग लिस्ट में ही था जबकि आर्थिक रूप से बेहद कमजोर योगराज को घर निर्माण के लिए प्राथमिकता ही नहीं दी गई थी। 

घर निर्माण को रेत-बजरी दी जाएगी नि:शुल्क
गांव बसाल के सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व प्रधान कमल चौधरी, पूर्व उपप्रधान रवि कुमार ने योगराज के घर निर्माण के लिए रेत और बजरी नि:शुल्क दिए जाने का आश्वासन दिया है। योगराज के घर पहुंचे कमल चौधरी ने कहा कि इसके अतिरिक्त भी इस जरूरतमंद की हर प्रकार से मदद की जाएगी। उधर, कुल्लू की फाऊंडेशन संस्था के सुरेश कुमार गोयल ने योगराज की बेटियों को पढऩे के लिए आर्थिक मदद देने, बैजनाथ के सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार ने घर निर्माण में सहायता करने, धर्मशाला के सामाजिक कार्यकर्ता संजय सहित शिमला के भी कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मदद का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोकमित्र संचालक जीवन कुमार के मुताबिक प्रदेश भर से योगराज की मदद को हाथ बढऩे लगे हैं। 

निर्धन होने के बावजूद बेटियों को उच्च शिक्षा दिलवा रहा योगराज
अत्यंत निर्धनता में गुजर-बसर कर रहे योगराज ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी तीनों बेटियों को वह उच्च शिक्षा दिलवाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। बड़ी बेटी बी.एससी. प्रथम वर्ष, दूसरी जमा दो व तीसरी 9वीं कक्षा की छात्रा है। 5 सदस्यों का यह परिवार महज एक कच्चे कमरे में गुजर-बसर कर रहा है। बच्चियों को पढऩे के लिए न पर्याप्त स्थल है और न ही उनके पास पर्याप्त साधन हैं। गत 9 फरवरी को उनके कमरे का बरामद भी आग की भेंट चढ़ गया था। इसमें मीटर भी जल गया था लेकिन विद्युत विभाग ने मामला सामने आने के बाद आज मीटर भी लगा दिया है। योगराज ने मामला उठाने पर पंजाब केसरी का आभार प्रकट किया है।