Watch Video: हाथ में IPhone, बैग में महंगा लैपटॉप, मिलिए डिजिटल बाबा से

Wednesday, Jun 21, 2017 - 05:14 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): हाथ में एप्पल का फोन, पैरों में ब्रांडेड स्पोर्ट्स शूज और बैग में महंगा लैपटॉप लेकिन वेशभूषा साधुओं जैसी। लंबे बाल-लंबी दाढ़ी, भगवा चोला और उम्र महज लगभग 30 साल। धर्मशाला स्थित कचहरी अड्डा के पास गुजर रहा था। एकाएक नजर पड़ी तो पूछने की उत्सुकता हुई। बाबा कहां की दौड़ है। बाबा पीछे मुड़कर देखते हैं, एकदम मुंह से निकला...आपको कहीं देखा है, चलो चलकर कहीं बैठा जाए। पता लग गया कि ये तो डिजिटल बाबा स्वामी रामशंकर हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले इस बाबा से पूछा कि उत्तर प्रदेश जैसी पवित्र स्थली को छोड़कर धर्मशाला कैसे आए, तो बाबा कहते हैं कि हिमाचल की युवाओं से मिलकर उनसे दोस्ती करनी है। 




लोग डिजीटल बाबा कहते हैं तो डिजीटल होना ही पड़ेगा
उनकी बातों से पढ़े-लिखे होने का ज्ञान हो रहा था, पूछने पर पता चला कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी के स्कूल महाराजा प्रताप इंटर कॉलेज गोलधर गोरखपुर से वाणिज्य संकाय की पढ़ाई करने के बाद यूपी से ही बीए की। पढ़ाई के दौरान तो सोचा था कि फिल्मी दुनिया में हीरो बनूंगा, लेकिन पता नहीं क्या जनून आया कि मोह माया को छोड़कर बाबा बन गए। बाबा इतने महंगे मोबाइल फोन और लैपटॉप लिए घूमते हो लोगों की प्रतिक्रिया होती होगी। इस पर वह बोले, हां बोलते हैं लेकिन आज की दुनिया के साथ भी तो जीना पड़ेगा। जब पिछड़ जाएंगे तो लोग क्या कहेंगे। लोग डिजीटल बाबा कहते हैं तो डिजीटल होना ही पड़ेगा। उसने बताया कि यह लैपटॉप उन्हें कनाडा की एक महिला भक्त ने और फोन सिंगापुर के एक भक्त ने दिया है। यहां आने और आगामी योजना पर बाबा बोले कि उनका मकसद है कि वह प्रदेश में युवाओं से दोस्ती करें और आधुनिकता के साथ जीते हुए संस्कृति को सहेजने में भी योगदान दें। 


20 वर्ष की आयु में किया था सन्यास धारण  
20 वर्ष की आयु में सन्यास धारण कर अध्यात्मिक जीवन यात्र में स्वामी रामशंकर ने देश के विभिन्न गुरुकुलों में सनातन शास्त्र, वेद, उपनिषद, रामायण, भगवदगीता, योगशास्त्र एवं शास्त्रीय संगीत का समुचित ज्ञान प्राप्त किया। अध्ययन के क्रम में गुजरात के साबरकांठा स्थित गुरुकुल दर्शन योग महाविद्यालय, हरियाणा स्थित जींद के गुरुकुल कलवा, हिमाचल प्रदेश स्थित कांगड़ा जिले के चिन्मय मिशन द्वारा स्थापित गुरुकुल संदीपनी हिमालय, झारखंड स्थित बिहार स्कूल ऑफ योग के रिखियापीठ एवं महाराष्ट्र के लोनावला स्थित विश्व प्रसिद्ध कैवल्य धाम योग स्कूल में रह कर अध्यात्म को गहराई से पढ़ा व सुना और समझा। उनके फेसबुक पेज में करीब 4500 भक्त उन्हें फॉलो कर रहे हैं, जबकि उन्होंने उनके पेज को लाइक किया है। फेसबुक पर अध्यात्मक का ज्ञान देने वाले स्वामी राम शंकर के भक्त उनसे ज्ञान प्राप्त करते हैं। इसके अलावा उन्हें रामायण कथा में सुनाते हैं।