हमीरपुर का अंशुमन बना फाइटर जैट पायलट, वैस्ट बंगाल में देगा सेवाएं

punjabkesari.in Sunday, Jun 26, 2022 - 04:58 PM (IST)

हमीरपुर (राजीव): हमीरपुर जिला से संबंध रखने वाले 22 वर्षीय अंशुमन ढटवालिया फाइटर जैट पायलट बन गया है। उसकी इस उपलब्धि पर परिजनों ने खुशी जताई है। अंशुमन का जन्म 5 नवम्बर, 2000 को उत्तम ढटवालिया और सुषमा कुमारी के घर हुआ। वर्ष 2018 में एनडीए में सिलैक्शन के बाद 3 साल पुणे में कंबाइन ट्रेनिंग और फिर हैदराबाद में एक साल पायलट की ट्रेनिंग करने के बाद अंशुमन गत 18 जून को पासआऊट हो गया। अंशुमन की पहली पोस्टिंग वैस्ट बंगाल में हुई है। बता दें कि एयरफोर्स में 3 तरह के पायलट होते हैं, जिसमें सर्वप्रथम फाइटर जैट, दूसरे नंबर पर ट्रांसपोर्ट वाले और तीसरे नंबर पर हैलीकॉप्टर के पायलट आते हैं। अंशुमन का फाइटर जैट में पायलट बनना बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

अंशुमन की शिक्षा की बात करें तो उसकी प्राइमरी एजुकेशन आंध्रप्रदेश के पूट्टापर्ति में हुई थी। उसके बाद डीएवी सलासी हमीरपुर से उसने आठवीं तक की पढ़ाई की। यहां कराटे में नैशनल चैंपियन भी रहा। आठवीं के बाद 12वीं तक की पढ़ाई सैनिक स्कूल सुजानपुर में पूरी की और 2018 में पहले ही प्रयास में एनडीए क्वालीफाई कर लिया। अंशुमन के पिता उत्तम ढटवालिया बीबीएन कॉलेज में असिस्टैंट लाइब्रेरियन हैं जबकि माता सुषमा कुमारी का वर्ष 2021 में एक कार एक्सीडैंट में निधन हो गया था। वह हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में स्कूल काडर में इतिहास की प्रवक्ता थीं।

अंशुमन की एक बहन है जो आंध्रप्रदेश के अपोलो मेडिकल कॉलेज चित्तूर में एमबीबीएस कर रही है। अंशुमन आजकल घर पर है। बकौल अंशुमन उसके माता-पिता और शिक्षकों के आशीर्वाद से वह इस मुकाम तक पहुंच पाया। वह कहता है कि वह खुशनसीब है कि उसे बतौर फाइटर जैट पायलट बनकर देश की सेवा करने का मौका मिला। अपनी मां को याद करते हुए अंशुमन ने कहा कि कि आज वह होतीं तो सबसे ज्यादा खुश होतीं, उनकी कमी हमेशा रहेगी।

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Content Writer

Vijay

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