सांसद की तरह हमें भी घर आने की हो अनुमति, राज्य के बाहर फंसे लोग लगा रहे हैं गुहार : राणा

Monday, Apr 20, 2020 - 03:53 PM (IST)

हमीरपुर: राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि लॉकडाऊन टू के बाद राज्य के बाहर फंसे लाखों लोगों से मिली फीडबैक की गंभीरता को समझें तो स्थिति अब विस्फोटक होने की कगार पर पहुंच गई है। लोगों का कहना है कि हम न कोई अपराधी हैं न ही घुसपैठिए हैं कि अब हमें अपने ही घर आने के लिए मुकद्दमों की मार झेलनी पड़ेगी। राणा ने कहा कि लोगों के सब्र का बांध तब टूटा जब पावर का मिस्यूज करके सत्ताधारी पार्टी के सांसद प्रदेश में आ धमके और आते ही अनाप-शनाप बयानबाजी करने लगे। राणा ने कहा कि लोग तनाव और परेशानी में बता रहे हैं कि कोटा राजस्थान में पढऩे वाले अधिकांश बच्चों को अपने-अपने प्रदेशों की सरकारें जैसे-कैसे ले जाने में सफल रही हैं। अब वहां सिर्फ अधिकांश बच्चे हिमाचल के ही फंसे हुए हैं। राणा ने कहा कि अब हिमाचल से भी जनता सवाल उठाने लगी है कि अब सांसद 500 किलोमीटर से प्रदेश में पहुंचकर होम क्वारंटाइन रह सकते हैं तो हमारे परिवार के सदस्य इस नियम का पालन क्यों नहीं कर सकते हैं।

राणा बोले कि बाहर फंसे लोगों ने कहा कि सरकार बताए कि जब सभी सुविधाएं होते हुए सांसद दिल्ली में अपने बंगलों में नहीं रह सके तो इस वक्त फंसे हमारे लोगों के पास तो कोई सुविधा ही नहीं है। नौकरी उनकी छूट गई है, खर्चा उनका खत्म हो गया है, मकान मालिक उनको तंग कर रहे हैं, ऐसे में राज्य के बाहर फंसे लोग किस तनाव और संकट में इन घडिय़ों को बिता रहे हैं, सरकार इस बात को समझे। राणा ने कहा कि जनता के आक्रोश व परेशानी को देखते हुए सरकार फंसे हुए लोगों को घर लाने का कोई जरिया बनाए। क्योंकि लोग कह रहे हैं कि उन्हें घर आने दिया जाए। वह हर उस नियम का पालन करेंगे जो सरकार ने एहतियात के तौर पर लगाए हैं। अधिकांश लोगों का तो यह भी कहना है कि घर पहुंचने के बाद अगर कोई नियम तोड़ता है तो बेशक उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन हमें घर आने दिया जाए। राणा ने कहा कि राज्य के अंदर व बाहर से मुसीबत में फंसे लोगों ने यह आरोप भी लगाए हैं कि कुछ सत्ताधारी प्रशासन पर दबाव बनाकर अपने लोगों को लगातार निकाल रहे हैं। जिस बात का लोगों में काफी आक्रोश व गुस्सा देखा गया है। लोगों ने कहा कि सरकार सबकी है और सबके साथ सामान व्यवहार करे।

Kuldeep