झूठ का जश्न या फरेब का जश्न या फिर येन केन प्रकरण से सत्ता हासिल करने का जश्न, जनता को जवाब दे सरकार : राणा

Monday, May 30, 2022 - 05:41 PM (IST)

हमीरपुर: बीजेपी सरकार सत्ता का 8 साला जश्न मना रही है। यह जश्न प्रदेश की राजधानी शिमला में मनाया जा रहा है। देश में चारों ओर अराजकता, झूठ, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व महंगाई का बोलबाला है। ऐसे में केंद्र सरकार का शिमला में जश्न मनाने का मकसद व मतलब क्या है यह समझ से परे है। यह बात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि क्या यह जश्न झूठ वायदे करके देश की जनता को गुमराह करने के नाम पर मनाया जा रहा है। काला धन लाने के वायदे का क्या हुआ, 15 लाख हर खाते में आने के ऐलान का क्या हुआ? हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वायदा बीजेपी ने किया था, उस वायदे का क्या हुआ? डीजल व पेट्रोल 40 रुपए प्रति लीटर बेचने की बात कही गई थी। रातोंरात नोटबन्दी करने के बाद यह वायदा किया गया था कि देश में जाली करंसी के प्रचलन को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है लेकिन उस वायदे पर सरकार कितनी खरी उतरी है। देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो चुकी है। देश कर्जे के पहाड़ के नीचे लगातार दबा जा रहा है। देश में चल रही ऐसी विपरीत स्थितियों में 8 साला जश्न क्या सरकार झूठ और फरेब के साथ सत्ता साधने के एजेंडे के लिए मना रही है। इसका जवाब भी बीजेपी को देश और प्रदेश की जनता को देना होगा।

राणा ने कहा कि सरकार के अपने आंकड़े बताते हैं कि पांच करोड़ से ज्यादा शिक्षित बेरोजगार रोजगार की आस में गहरे तनाव व दबाव में है। देश में सरकार और सिस्टम के उठ रहे भरोसे के कारण युवा भारत के नौजवान लगातार मौत को गले लगा रहे हैं लेकिन सरकार आम आदमी के इन मुद्दों से ध्यान भटका कर सत्ता साधने के एकमात्र एजेंडे पर चलती हुई देश की जनता को गुमराह करने में लगी है। बीते 10 सालों में 18 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं लेकिन 2022 तक देश के किसानों की आमदन दोगुनी करने वाली बीजेपी सरकार सत्ता का 8 साला जश्न मना रही है। राणा ने कहा कि जनत को समझना होगा कि कंगाल हो चुके सरकारी खजानों के दम पर सरकार आम नागरिक के हितों को दरकिनार करते हुए अगर जश्न मनाने को तरजीह दे रही है तो सरकार आम नागरिक की कितनी हितैषी है समझा जा सकता है। राणा ने कहा कि बीजेपी की सत्ता का 8 साला जश्न उस प्रदेश में मनाया जा रहा है जिस प्रदेश में कोविड-19 महामारी के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर सत्ता का दामन दागदार हुआ है। जिस प्रदेश में 20 हजार करोड़ का फर्जी डिग्री घोटाला सत्ता संरक्षण में हुआ है। जिस प्रदेश में भर्तियों के नाम पर बेरोजगारों से लगातार खिलवाड़ किया गया है। बीजेपी राज में हुई अब तक की तमाम भर्तियां शक और संदेह के घेरे में हैं और जैसे-जैसे भर्ती भ्रष्टाचार के घोटाले की परतें खुल रही हैं उससे यह साफ होता जा रहा है कि तमाम भर्तियों में हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है। ऐसे में प्रदेेश की जनता बीजेपी से जवाब चाहती है कि आखिर जश्न किस बात का?

8 सालों में 800 से ज्यादा झूठों व जुमलों का बीजेपी मना रही है जश्न
राणा ने कहा कि अच्छे दिनों के नाम पर सरकार के पूंजीपति मित्रों के हुए अच्छे दिन। कोरोनाकाल में 40 लाख लोग उपचार के अभाव में हुए मौत का शिकार। देश में नफरत व धार्मिक उन्माद चरम पर। कृषि कानूनों ने 700 से ज्यादा किसानों को निगला। 45 साल में सबसे ज्यादा बढ़ी बेरोजगारी। अरुणाचल प्रदेश से चीन की घुसपैठ लगातार जारी। देश के सभी सरकारी संस्थानों पर बीजेपी व आरएसएस का हुआ कब्जा तो क्या 8 सालों में 800 से ज्यादा झूठों व जुमलों का बीजेपी मना रही है जश्न।

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Kuldeep