कोविड व क्वारंटाइन सैंटरों में मौतों के बाद बदइंतजामी की खुली कलई : राणा

Monday, May 18, 2020 - 08:39 PM (IST)

हमीरपुर: बदइंतजामी को लेकर जहां एक ओर कोविड सैंटरों में कोरोना पॉजीटिव मरीज लापरवाही का शिकार होकर काल का ग्रास बन रहे हैं, वहीं अब क्वारंटाइन सैंटरों की बदइंतजामी की बदसूरत तस्वीर सामने आई है। यह बदइंतजामी की दागदार तस्वीर मंडी जिला की कटीणी पंचायत में क्वारंटाइन में रखी गई 45 वर्षीय महिला की मौत के बाद उजागर हुई है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रैस बयान में कही है। राणा ने कहा कि करोड़ों की रिलीफ के बावजूद जहां कोविड सैंटरों में उपचार को लेकर लापरवाही व खामियों के लगातार खुलासे हो रहे हैं, वहीं क्वारंटाइन सैंटरों में रखे गए लोगों को सरकार खाना तक नहीं दे पा रही है। ऐसे में रिलीफ के नाम पर इक_ा हुआ करोड़ों का बजट कहां स्वाहा हो रहा है, इसको लेकर अब जनता में निरंतर सवाल उठने लगे हैं। राणा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में 18 मई को पीएचसी व सिविल अस्पतालों का औचक निरीक्षण भी किया उन्होंने कहा कि पटलांदर, चौरी, कोट व ऊहल पीएचसी के साथ सिविल अस्पताल टौणीदेवी के प्रबंधों का जायजा लेने के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि महामारी के दौरान अस्पतालों में अनेक मूलभूत उपचार सुविधाओं के टोटे से निरंतर मैडीकल व पैरा मैडीकल स्टाफ जूझ रहा है।

गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों का चैकअप तक नहीं हो पा रहा
गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज तो अब कोरोना के बहाने पूरी तरह नजर अंदाज हो चुका है। राणा ने कहा कि उन्हें मिली फीडबैक में लोगों ने बताया कि कैंसर, किडनी व दिल की घातक बीमारियों से पीड़ित मरीजों को इस समय कोई उपचार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में नहीं मिल पा रहा है, जिससे इन लोगों के परिवार संकट के इस दौर में खुद को लाचार व बेबस पा रहे हैं। इसी बीच राणा ने सुजानपुर के पटलांदर व लोहखर के क्वारंटाइन सैंटरों के प्रबंधों का भी जायजा लिया। राणा ने कहा कि प्रदेश भर के क्वारंटाइन सैंटरों से मिली फीडबैक के आधार पर यह साबित हो गया है कि प्रबंधों की बदइंतजामी के शिकार हो रहे हैं, क्वारंटाइन सैंटरों में लोगों को खाना तक नहीं मिल पा रहा है। कोरोना से इस समय पूरा समाज व सिस्टम लड़ रहा है लेकिन प्रबंधों की बदइंतजामी को लेकर लोगों में निराशा व आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने बताया कि लोगों ने बताया कि इस दौर में गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों का चैकअप तक नहीं हो पा रहा है तो इलाज की बात तो दूर है। राणा ने कहा कि कोविड-19 के दौर में जब कोविड सैंटरों व क्वारंटाइन सैंटरों में ही सरकार लोगों को सुविधाएं नहीं दे पा रही है तो लॉकडाउन में बैठी जनता सरकार से क्या उम्मीद कर सकती है।

 

Kuldeep