खोखा यूनियन ने रैली निकाल प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

Monday, Dec 16, 2019 - 12:56 PM (IST)

हमीरपुर (अरविंदर): हमीरपुर बस अडडा के सामने खोखाधारकों की जगह की निशानदेही व पैमाइश करवाने के बाद जिला प्रशासन द्वारा खोखों को हटाने के लिए निर्देश जारी किए जाने के विरोध में खोखाधारक लामबंद होते जा रहे है। इस विरोध के चलते हमीरपुर में आज सीटू व डीवाईएफबाई की अगुवाई में जनता खोखा यूनियन ने रैली निकाली व गांधी चैक पर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हाथों में बैनर लेकर आए खोखधारकों ने प्रशासन से खोखों को गिराने के आदेशों को निरस्त करने की मांग की।

वहीं खोखाधारको ने विरोध स्वरूप अपने खोखे भी बंद रखे। जनता खोखा यूनियन के प्रधान किशोरी लाल ने कहा कि 1982 में तत्कालीन सरकार ने 58 कच्चे खोखे लोगों को आवंटित किए थे और आज उन्हे गिराने व हटाने की बात की जा रही है जोकि तर्कसंगत नही है । उन्होने कहा कि 1998 में सरकार द्वारा खोखों को हटाकर सेल्फ फाइनेंस के तहत 50 हजार लेकर नए खोखे बनाने का प्रस्ताव लगाया गया था और सभी ने पैसे भी जमा करवाए थे जिसे बाद में वापिस कर दिया गया । उन्होने कहा कि खोखाधारक खाली करने को तैयार है। मगर प्रशासन पूर्व भाजपा सरकार के समय टूरिज्म विभाग के प्रपोजल के अनुसार शोपिंग काम्लेक्स तैयार करवाकर दे।

डीवाईएफआई के प्रदेशाध्यक्ष अनिल मनकोटिया ने कहा कि प्रशासन से खोखों को हटाने व गिराने के आदेशों के खिलाफ रैली निकाल कर विरोध किया जा रहा है और जिला प्रशासन से मांग की जा रही है इन आदेशों को निरस्त किया जाए। उन्होने कहा कि बस अडडे के समीप 58 खोखाधारको के परिवार का जीवनयापन इन्ही खोखों के माध्यम से होता है इसलिए प्रशासन को पहले इनकों दूसरी जगह स्थापित किया जाना चाहिए वही उन्होने प्रशासन के द्वारा दूसरी जगह दीजानी वाली जगह को सिरे से नकारा है। बता दें कि 58 खोखाधारकों को जिला प्रशासन ने हटाने के निर्देश जारी किए है और कई सालों से खोखा धारकों के पीछे बनाई गई दुकानों में जाने के लिए कहा है लेकिन खोखाधारक जगह खाली नहीं करने से मामला अटका हुआ है।

kirti