बागवानों-किसानों पर पड़ी मौसम की मार

Monday, Jun 26, 2017 - 12:49 PM (IST)

चम्बा : हिमाचल प्रदेश में विकास खंड सलूणी के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत सूरी के किसानों व बागवानों पर इस बार मौसम ने इस कदर कहर वरपाया है कि उन्हें अबकी बार अपनी मेहनत के आधा भी फल नहीं मिलेगा, ऐसे में प्रशासन व सरकार यहां के किसानों और बागवानों को पहुंचे नुक्सान को आंकलन करवा कर उन्हें आर्थिक राहत जारी करे ताकि किसान व बागवान कम से कम अपने परिवार को भरण पोषण करने में तो खुद को असमर्थ न पाए। युवक मंडल प्रकेड के प्रधान रमेश शर्मा सदस्य महेश, भोटो, प्रवीण व सुरेंद्र ने कही। उन्होंने बताया कि सूरी पंचायत के दायरे में आने वाले गांव परकेट, पल, भागसू, थिथला, भगौता, सूरी, धनपड़, गुमरा, भनसू व इच्छलाई के सब्जी उत्पादक जहां मटर, गोभी व फरासबीन को मुख्यतौर पर अपनी नकदी फसल के रूप में बीजते हैं तो साथ ही यही नकदी फसलें उनकी  आजीविका का मुख्य साधन है।
 
बागवानों को आर्थिक मदद की उम्मीद
मंडल के प्रधान रमेश शर्मा ने कहा कि यहां कि बागवानों ने सेब को अपनी नकदी फसल के रूप में प्रमुखता दी है। पूरे वर्ष भर यहां कि किसानों व बागवानों को अपनी फसल के रूप में वर्ष भर की मेहनत का फल मिलने का इंतजार रहता है लेकिन इस बार हुई भारी बारिश व ओलावृष्टि के कारण उनकी फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। सेब की स्थिति तो यह है कि यहां के बागवानों को अगर 50 प्रतिशत फसल भी प्राप्त हो जाए तो गनिमत होगी। इसी प्रकार से सब्जी उत्पादकों को भी मौसम की मार इस बार बुरी तरह से पड़ी है। इस स्थिति में अगर सरकार ने यहां के सब्जी उत्पादकों व बागवानों की मदद के लिए हाथ आगे नहीं बढ़ाया तो इन वर्गों के समक्ष विकराल आर्थिक स्थिति पैदा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार व प्रशासन से अब यहां कि बागवानों व सब्जी उत्पादकों को आर्थिक मदद की उम्मीद बंधी है।