गुरमीत राम रहीम के साथ हिमाचल ब्राह्मण सभा, 25 को आएगा अहम फैसला

Wednesday, Aug 23, 2017 - 05:06 PM (IST)

पालमपुर (प्रवीण): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर 25 अगस्त को आने वाले फैसले से पहले उन्हें हिमाचल ब्राह्मण सभा का साथ मिल गया है। पालमपुर में सभा के प्रदेशाध्यक्ष शांति शर्मा ने कहा कि सरकार जानबूझ कर संतों को बदनाम कर रही है। सरकार एक के बाद एक संतों के पीछे पड़ी हुई है और राम रहीम के खिलाफ चल रहा केस राजनीतिक षडयंत्र का हिस्सा है। शांति शर्मा ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के 6 करोड़ से ज्यादा अनुयायी हैं और इस संस्था ने हमेशा ही मानवता की भलाई के काम किए हैं। मगर सरकार साधु संतों के पीछे पड़ी हुई है। 


क्या है राम रहीम के खिलाफ केस
करीब पंद्रह साल पहले डेरा के आश्रम की एक साध्वी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिख कर गुरमीत राम रहीम की शिकायत की थी। साध्वी ने डेरा प्रमुख पर यौन शोषण का आरोप लगाया था और फिर इस मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी। अदालत के आदेश पर वर्ष 2001 में सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की। अब इस केस की सुनवाई पूरी हो चुकी है और सीबीआई की विशेष अदालत 25 अगस्त को फैसला सुनाएगी।


1948 में शुरू हुआ था डेरा 
डेरा सच्चा सौदा की स्थापना 1948 में शाह मस्ताना महाराज ने की थी। शाह मस्ताना महाराज के बाद डेरा के गद्दीनशीन शाह सतनाम महाराज बने और उन्होंने 1990 में अपने अनुयायी संत गुरमीत सिंह को गद्दी सौंपी। संत गुरमीत का नाम संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां कर दिया गया। संत गुरमीत मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के गांव गुरुसरमोडिया के रहने वाले हैं।