जनता का हक खाने वाले किसानों के कंधों पर रख चला रहे बंदूक: बबली

punjabkesari.in Friday, Feb 26, 2021 - 03:20 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : भाजपा किसान मोर्चा की जिला ऊना की बैठक आज जिला मुख्यालय पर स्थित सर्किट हाउस में हुई। किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश बबली द्वारा ली गई बैठक में कृषि विधेयकों को लेकर चल रहे आंदोलन के विरुद्ध और कृषि विधेयकों के फायदे जनता तक पहुंचाने के लिए रणनीति तैयार की गई। किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश बबली ने कहा कि किसान मोर्चा 15 मार्च तक हिमाचल के तीन लाख किसानों तक पहुंचकर कृषि विधेयकों की विस्तारपूर्वक जानकारी देगी और किसानों के हस्ताक्षर करवाकर पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जतायेगी। बबली ने कहा कि जनता के हकों पर डाका डालने वाले किसानों के कंधों पर बंदूक चला रहे है। 

ऊना में जिला भाजपा किसान मोर्चा की बैठक के उपरान्त पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश बबली ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कृषि सुधार विधेयक देश के दोनों सदनों में पारित करके किसानों के हक में ऐतिहासिक फैसला लिया है। बबली ने कहा कि कृषि विधेयकों के विरोध में आंदोलन शुरू होते समय जो तीन मुद्दे उठाये गए थे उसपर केंद्र सरकार ने विधेयक में संशोधन करने का आश्वासन दे दिया था लेकिन बाबजूद इसके कुछ लोग राजनितिक स्वार्थ के चलते इस आंदोलन को चला रहे है। उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा द्वारा प्रदेश के तीन लाख किसानो तक विधेयकों के प्रति जागरूक करने के लिए जो पत्रक बांटने का अभियान छेड़ा गया है वो 15 मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा और उसके बाद प्रदेश के तीन लाख किसान परिवारों के हस्ताक्षर करवाकर पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करेंगे। 

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार बजट में कृषि के आधारभूत ढाँचे को सुदृढ़ करने के लिए एक लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा किसानों को आर्थितरूप से सुदृढ़ करने के लिए किसान सम्मान निधि के रूप में सालाना 6 हजार रूपये देने शुरू किये है। कांग्रेस के नेता संसद में खुद मानते थे कि अगर वो किसानों और मजदूरों के लिए एक रुपया भेजते थे तो किसानों मजदृरों तक मात्र 16 पैसे ही पहुँचते है। बबली ने आरोप जड़ा कि जो लोग किसान मजदूरों के 84 पैसे डकारते थे वो लोग ही आज धरने प्रदर्शन कर रहे है। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों द्वारा अपनी फसलें जलाने के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गरीब किसानों ने नाम पर करोड़ो की संपदा इकट्ठी की है उनकी चुनावों में जमानतें जब्त हो चुकी है। बबली ने कहा की अगर टिकैत किसानों के इतने ही हितैषी और किसान उन्हें पसंद करते तो चुनावों में उन्हें मुंह की ना खानी पड़ती।
 


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Content Writer

prashant sharma

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