गुम्मा बस हादसे में 7 यात्रियों की नहीं हो पाई शिनाख्त, रोते बिलखते पहुंच रहे रिश्तेदार

Friday, Apr 21, 2017 - 10:28 AM (IST)

शिमला: नेरवा के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र गुम्मा के समीप हुए एक भीषण बस हादसे को लेकर टौंस नदी में दूसरे दिन भी एन.डी.आर.एफ. सहित पुलिस के जवानों द्वारा सर्च आप्रेशन जारी रहा। एन.डी.आर.एफ. के जवान तो 10 बजे के करीब वापस लौट गए थे परंतु पुलिस के जवान टौंस नदी पर पूरे दिन भर छानबीन करते रहे लेकिन एक भी शव और बरामद नहीं हुआ। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अनुसार जारी की गई मृतकों की लिस्ट के अनुसार इस भयानक हादसे में कुल 45 लोगों की मौत हुई है। इनमें हिमाचल के 13, उत्तराखंड के 18, उत्तर प्रदेश के 4, बिहार का 1 और 2 नेपाल मूल के हैं। हादसे में हुई मौतों में से 38 शव तो पुलिस ने परिजनों को सौंप दिए हैं। बाकी 7 शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। परिचालक ने बस में सवार 56 लोगों के आसपास सवारियां बताई हैं। ऐसे में पुलिस गंभीरता से छानबीन कर रही है।


7 की नहीं हो पाई शिनाख्त
मौके पर जिलाधीश शिमला होमगार्ड, एन.डी.आर.एफ. व पुलिस जवानों सहित बीते रोज देर रात तक मौके पर उपस्थित रहकर राहत कार्यों में लगे रहे। इसके साथ ही दर्जनों लोग भी इस दौरान प्रशासन के साथ हाथ बंटा रहे थे। देर रात करीब 12 बजे तक सभी शव सड़क तक पहुंचा लिए गए थे। अभी फिलहाल बचे शवों को नेरवा अस्पताल में रखा गया है। इसके साथ ही एस.डी.एम. चौपाल, बी.डी.ओ. और तहसीलदार भी मौके पर उपस्थित रहकर राहत कार्यों में हाथ बंटाते रहे। यहां तक कि जिलाधीश शिमला रोहन चंद ठाकुर भी मौके पर ही रहे। वह वीरवार को दिन के समय वापस शिमला लौटे। एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी ने कहा कि पीड़ितों की मदद करना पुलिस की प्राथमिकता है। पुलिस हर पहलुओं की जांच कर रही है। फिलहाल जो शव बरामद हुए हैं उनमें से 7 की शिनाख्त नहीं हो पाई है। हादसे को लेकर पुलिस की छानबीन अभी भी जारी है। उधर, शवों की पहचान के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं।


बस हादसे की जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित
बस हादसे के कारणों को जानने के लिए सरकार ने इसकी जांच के आदेश जारी किए हैं। परिवहन विभाग ने इसके लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की है। इस टीम को एक सप्ताह में हादसों के कारण की जांच करने के बाद रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। शिमला आर.टी.ओ. की अध्यक्षता में गठित इस टीम में हिमाचल पथ परिवहन निगम के डी.जी.एम. सहित क्षेत्रीय प्रबंधक चौपाल को शामिल किया गया है। यह टीम बस में मशीन से संबंधित तकनीकी खराबी को लेकर जांच करेगी। अब गठित की गई टीम जल्द ही एक सप्ताह के अंदर सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी।


इन मृतकों की हुई शिनाख्त
इनमें चंदन सिंह राणा (38) सपुत्र अशा गांव अटल, पुनु (23)सुपुत्र शुक्खु राम गांव सोबल (चौपाल), अजब सिंह (42) सुपुत्र हुरमी राम गांव मनेवटी (चौपाल), राजेश शर्मा (21) सुपुत्र दौलतराम गांव मठियाना चकरोटा (डी/दून यू.के.), कतकी देवी (40) पत्नी स्व. काना सिंह गांव बोहर (चौपाल), प्रोमिला पुत्री (14) साधुराम गांव बोहर (चौपाल), राधा देवी पुत्री (17) गांव थुडाडनली (चौपाल), दिव्या (14)पुत्री सोनू गांव नीमगा (डी/दून यू.के.), शंकुलता (27) पत्नी सोनू गांव नीमग (डी/दून यू.के.), सरना (28) पुत्री बुद्धि सिंह गांव सैंज (त्यूणी), अंशुल (14) पुत्र चंदन गांव सैंज (त्यूणी ), रितिक चौहान (15) पुत्र चंदन गांव सैंज (त्यूणी ), सोहन सिंह (48) पुुत्र चतरू गांव श्रीगुलधार (चौपाल), हर्षित (डेढ साल) पुत्र नंद किशोर गांव फनार (त्यूणी), प्राची (आठ साल) पुत्री नंद किशोर गांव फनार (त्यूणी), नंद किशोर (40) पुत्र माया राम गांव फनार (त्यूणी), कमला देवी (55) पत्नी जवान दास गांव टीयूटड (त्यूणी), सुमित्रा देवी (35) पत्नी नंद किशोर गांव फनार (त्यूणी), विरेंद्र (28) पुत्र जोबन दास गांव टीयुट्ड (त्यूणी), बीर सिंह (56) पुत्र गुलाब सिंह गांव सरणी (त्यूणी), शांति देवी (65) पत्नी मनदास गांव किसट्ड (त्यूणी), मान दास (73) पुत्र देवराम गांव किसटूड (त्यूणी), रमेश चंद (42) पुत्र हरि चंद गांव कोठू (जुब्बल), नारायण सिंह (25) पुत्र जागीर सिंह गांव कजवाह (संगड़ाह), जागीर सिंह (50) पुत्र मोही राम गांव कजवाह (संगड़ाह), दिलीप सिंह (18) पुत्र भाग सिंह गांव सताहन (संगड़ाह), कमल (38) पुत्र सरिया गांव निमगा (त्यूणी), शेर सिंह उत्तर प्रदेश, संजीव उत्तर प्रदेश, सुरेंद्र पांवटा साहिब, मान सिंह रोहड़ू, मोहन लाल उत्तर प्रदेश, किरन देवी उत्तर प्रदेश, रेशमी रोहड़ू, गंगा राम त्यूणी, राम बहादुर नेपाल उम्र 42 साल, मीना नेपाल उम्र 37 साल व डी. मंथरा बिहार शामिल हैं।