गुड़िया मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने को आई यह लेडी सिंघम, नाम से कांपते हैं अपराधी

Monday, Jul 24, 2017 - 01:15 PM (IST)

शिमला: अभी तक आपने ये तो जरूर सुना होगा कि पुलिसवाले या फिर पुलिसवाली का नाम सुनकर अपराधियों के कान खड़े हो जाते हैं और वह उनका नाम सुनते ही कांपने लगते हैं। हम आपको एक ऐसी ही पुलिस ऑफिसर से बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके नाम से भी अपराधी कांपते हैं। यह तेज-तर्रार लेडी सिंघम सीबीआई की दिल्ली मुख्यालय स्थित विशेष अपराध शाखा की डीएसपी सीमा पाहूजा है। इन्हें कई गंभीर जांचों के लिए जाना जाता है। डीएसपी सीमा पाहूजा को सीबीआई में सराहनीय सेवाओं के लिए 15 अगस्त 2014 को पुलिस पदक भी घोषित किया जा चुका है। दरअसल इन्हें बहुचर्चित गुड़िया मर्डर मामले की गुत्थी को सुलझाने के लिए खास तौर पर शिमला भेजा गया है।


गुड़िया मामले को लेकर लंच टेबल पर भी करते रहे चर्चा
इस हत्याकांड मामले की छानबीन के लिए गठित की गई सीबीआई की विशेष जांच टीम (एसआईटी) की महिला सदस्य डीएसपी सीमा पाहूजा ने कहा कि अब हम आ गए हैं, चिंता न करें। वह अन्य टीम सदस्यों के साथ रविवार करीब साढे़ 3 बजे कालीबाड़ी मंदिर के रास्ते पर पड़ने वाले ग्रैंड होटल में पहुंचीं। बताया जाता है कि सीबीआई की एसआईटी का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक एसएस गुरुम कर रहे हैं, जिन्होंने राजा भैया के खिलाफ एक हत्या मामले की जांच के अलावा कई अन्य संवेदनशील मामलों की छानबीन की है। उनकी टीम के दो सदस्यों में से एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरके सेठी हैं तो अन्य सदस्य सीमा पाहूजा ही हैं। बाकी लगभग 15 सदस्यों की इस टीम में सीबीआई के कई अनुभवी जांच अधिकारी और कर्मचारी भी हैं। खास बात यह है कि गुड़िया मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम अपने साथ कई उपकरणों को लेकर भी आई है। वह गुड़िया मामले को लेकर लंच टेबल पर भी चर्चा करते रहे। फिर एक बड़े कमरे में बैठक हुई।


मैप पर ढूंढते रहे कोटखाई और हलाइला गांव की लोकेशन
सीबीआई के अफसर गूगल मैप पर भी कोटखाई और हलाइला गांव को ढूंढते रहे। होटल के स्वागत कक्ष में सीबीआई के लोग शिमला से कोटखाई और हलाइला की दूरी भी पूछ रहे थे।